छत्तीसगढ़बिलासपुर

सड़क संकरी व जर्जर होने से एम्बुलेंस भी नहीं पहुंच पाती, रहवासियों को हो रही परेशानी

सक्ती। नगर पालिका सक्ती के वार्ड क्रमांक 15 कॉलोनी में आने जाने के लिए कच्ची सड़क से होकर गुजरना पड़ता है। इससे कॉलोनीवासियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह परेशानी बारिश के दिनों ओर भी बढ़ जाती है क्योंकि बारिश के बाद यहां पर पूरे रास्ता कीचड़ व गंदगी में तब्दील हो जाता है लेकिन नगर पालिका के अफसर इस समस्या के प्रति ध्यान नहीं दिया है यही वजह है कि कॉलोनी वासी आज भी परेशान हो रहे हैं। जबकि नगरीय निकाय सड़क योजना के अंतर्गत यह सड़क आसानी से बन सकती है लेकिन अफसरों की इच्छा शक्ति न होने के कारण सड़क नहीं बन पा रही है। यदि अफसर इस सड़क का प्रस्ताव बनाकर भिजवा दें तो सड़क की स्वीकृति मिल जाएगी और कॉलोनी को सड़क का लाभ मिलने लगेगा। सर्वाधिक परेशानी बारिश के दिनों में होती है।

कच्ची सड़क पहली बरसात में ही दलदल में तब्दील हो जाती है यहां तक कि घुटने घुटने कीचड़ होने के साथ ही संपूर्ण सड़क पर पानी भर जाता है। इतना ही नही बारिश के मौसम में गंभीर रुप से बीमार मरीज को खाट पर लिटाकर मुख्य सड़क तक लाते है। इसके बाद किसी वाहन से उपचार के लिए सरकारी अस्पताल अथवा निजी चिकित्सक के यहां ले जाकर उपचार कराते है। 25 सितंबर को दिलीप कुमार यादव पिता धनाराम यादव की अचानक तबियत खराब होने पर 108 को बुलाया किन्तु रास्ता सकरा एवं कच्ची मिट्टी के होंने के कारण 108 वाहन को दूर खड़ा करना पड़ा।

कालोनी में बलराम सिदार पिता मेघ सिंग सिदार द्वारा नगर पालिका से बिना अनुमति लिये अवैध मकान निर्माण कर रास्ता को घेर कर सकरा कर दिया है जिसके कारण कॉलोनी में 108 गाड़ी नहीं पहुंच पायी, तो लोग मरीज को चादर पर लेटा कर 108 गाड़ी तक पहुँचाकर हॉस्पिटल ले जाया गया। जहाँ पहुंचते ही उनकी मृत्यु हो गई, यदि कॉलोनी में सड़क और पहुँच मार्ग सुगम होता तो सही समय पर उपचार हो जाने से जीवन बच सकती थी। शासन प्रशासन भी आंख बंद करके इस समस्या का हल नही ढूढ पा रहा है इस क्षेत्र के रहने वाले लोग बहुत परेशान है।

उक्त समस्या के बारे में मुख्य नगर पालिका अधिकारी, सक्ति एवं कलेक्टर जांजगीर चम्पा को अवगत कराया गया था जो जानकारी होने के बाद भी वार्ड वासियों को समस्या का निदान नही कर रहे है। कॉलोनी के अंतिम छोर तक जाने वाले कच्चे रास्ते पर पक्की सड़क का निर्माण कराया जाना चाहिए। ताकि रहवासियों का आवागमन सुविधा जनक हो सके।

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