कोरबा (गेंदलाल शुक्ल) । धर्मजयगढ़ में हाथी की मौत करंट लगने से हुई है। इस बात की जानकारी धर्मजयगढ़ की डीएफओ प्रियंका पांडे ने दी। हाथी को क्रेन से पलटने पर करंट के निशान दिखे।
हाथी को पलटने पर ये पता चला कि सुबह से जिसे वन विभाग हाथी गणेश मान रहा था, वो गणेश नहीं है। बल्कि कोई दूसरा हाथी है।
डीएफओ प्रियंका पांडे ने कहा कि धरमजयगढ़ में मारा गया हाथी गणेश नहीं है। उन्होंने कहा कि हाथी को पलटकर देखने के बाद उसके पैर में चोट के निशान नहीं मिले, जबकि गणेश हाथी के पैर में चोट का निशान है। साथ ही गणेश का एक दांत क्षतिग्रस्त है लेकिन जिस हाथी की मौत हुई, उसके दांत सही सलामत हैं। अब डोजियर से मैच कर इसकी पुष्टि की जाएगी।
इस मामले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार करके साक्ष्य ज़ब्त किए गए हैं। हालांकि उस हाथी का पोस्टमार्टम शाम ढलने की वजह से नहीं हो पाया है। अब सुबह उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि इन लोगों ने कटहल के पेड़ों पर करंट लगा रखा था। जिसकी चपेट में हाथी आ गया। आशंका जताई जा रही है कि जब हाथी की मौत हो गई तो बिजली के तार को हटा दिया गया।
इससे पहले डीएफओ प्रियंका पांडे ने ही एक वीडियो जारी किया था जिसमें वो हाथी की मौत ज़्यादा कटहल खाने से होने का इशारा कर रही थीं। नए वीडियो में वो खुद बता रहीं हैं कि हाथी की मौत करंट से हुई है और ये हाथी गणेश नहीं है। हालांकि देशभर के एक्सपर्ट ने डीएफओ प्रियंका पांडे के कटहल खाने से मौत की थ्योरी को खारिज कर दिया था, तब तक वन विभाग ने एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया था।