मध्य प्रदेश

6 घंटे में सुलझा लिया दिनदहाड़े 1.20 करोड़ रुपये की लूट का मामला, ट्रेडिंग कंपनी का ड्राइवर ही निकला लूट का मास्टर माइंड

ग्वालियर। शहर में सोमवार को दिनदहाड़े हुई 1.20 करोड़ रुपए की लूट का पुलिस ने 6 घंटे में ही खुलासा कर दिया है। कंपनी के ड्रायवर ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की प्लानिंग की थी। पुलिस ने मास्टर माइंड ड्रायवर सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से पूरा पैसा भी बरामद कर लिया है। एक आरोपी अभी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है।

दरअसल, कंपनी की ओर से यही दोनों कर्मचारी प्रमोद गुर्जर व सुनील शर्मा हर सप्ताह बैंक में कैश जमा करने जाते थे। महीने में 4 से 5 चक्कर लगते थे। कई बार तो इससे कहीं ज्यादा कैश होता था। यही देखकर इनकी नीयत खराब हुई और लूट की प्लानिंग की। कंपनी की ओर से यह भी पता लगा है कि लूटा गया कैश शनिवार और रविवार का कलेक्शन नहीं, बल्कि सात दिन का कलेक्शन था। । सीसीटीवी फुटेज में विरोध न करना और बीच बाजार में आराम से लुट जाने पर पुलिस को संदेह हुआ। पुलिस ने लूट की कहानी बार-बार पूछी तो वह टूट गया और उसने पूरी कहानी सुना दी।

एसपी अमित सांघी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मेहताब सिंह गुर्जर ट्रांसपोर्टर हैं। उनका डीडी नगर में बालकिशन साहू की साझेदारी में हरेन्द्र ट्रेडिंग नाम से कंपनी का दफ्तर है। यहां प्रमोद गुर्जर व सुनील शर्मा कर्मचारी हैं। सोमवार सुबह कंपनी के कर्मचारी, कंपनी की कार हुंडई वरना एमपी 07 सीएफ 6430 से बैंक ऑफ बडौदा की इंदरगगंज ब्रांच के लिए निकले थे। डिक्की में रुपयों से भरा कार्टन रखा, जिसमें 1.20 करोड़ रुपये थे। 30 लाख रुपये कार की सीट पर एक बैग में रखे थे। यह दो दिन शनिवार और रविवार का कलेक्शन था। सोमवार दोपहर को जैसे ही यह कर्मचारी बैंक के पास छप्परवाला पुल से राजीव प्लाजा वाली गली में पहुंचे, तभी वहां दो लुटेरों ने कट्टा अड़ाकर कार की डिक्की खुलवाई और रुपयों से भरा कार्टन लूटकर ले गए।

सीसीटीवी फुटेज से मिला सुराग

जांच के दौरान पुलिस को सबसे बड़ा सुराग घटना स्थल के सीसीटीवी  कैमरों के फुटेज से मिला था। उसमें भी बदमाश बहुत की आराम और प्यार से कार को रुकवाते हैं। इसके बाद कार के कांच से कट्‌टा अंदर डालकर धमकाते हुए डिक्की खुलवाते हैं। पीछे से दूसरा लुटेरा आता है और रुपयों से भरा कार्टन लेकर फरार हो जाता है। कहीं कोई विरोध नजर नहीं आया। कार के अंदर बैठे कर्मचारी चतुराई दिखाकर पॉवर विंडो ऑफ कर कट्‌टा पकड़ सकते थे। सड़क पर कार को दौड़ा सकते थे, पर ऐसा कुछ नजर नहीं आया। यहीं पुलिस का माथा ठनक रहा था। इसके बाद पुलिस ने बारीकी से पूछताछ की तो पूरी लूट का खुलासा हो गया।

लूट से पहले किया था घटनास्थल का निरीक्षण

पुलिस पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने बताया है कि उन्होंने लूट से पहले घटनास्थल का पूरा निरीक्षण कर लूट की रिहर्सल की थी। इसके बाद उन्होंने लूट की इस घटना को अंजाम दिया है। लूटी गई रकम का हिस्सा करके आरोपी भाग पाते, इससे पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

नंगे पैर एसपी ऑफिस पहुंचे मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, टीम को दिया पुरस्कार

पुलिस के खुलासे के बाद ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर नंगे पैर एसपी ऑफिस पहुंचे। उन्होंने मामला उजागर करने वाले पुलिसकर्मियों की सराहना की और उन्हें सम्मान के तौर पर एक-एक हजार रुपए का नगद पुरस्कार दिया है।

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