नई दिल्ली

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पहुंची क्राइम ब्रांच की टीम,ED के बाद अब क्राइम ब्रांच का शिकंजा!

नई दिल्ली

 

 दिल्ली में इन दिनों बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच राजनीति गरम है। इस बार दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर उनका दांव ही उल्टा पड़ता दिखाई दे रहा है। शनिवार को सुबह-सुबह सीएम केजरीवाल के घर क्राइम ब्रांच की टीम नोटिस देने पहुंच गई। दरअसल अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर आप विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश का आरोप लगाया था।

 इसी मामले की जांच में सहयोग करने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम केजरीवाल के घर पहुंची। शुक्रवार को भी क्राइम ब्रांच की टीम केजरीवाल के घर पहुंची थी, लेकिन मुलाकात नहीं होने पर क्राइम ब्रांच के अफसर बगैर नोटिस रिसीव कराए लौट आए। केजरीवाल के अलावा दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी के घर भी क्राइम ब्रांच की टीम पहुंची थी।

सीएम केजरीवाल ने लगाए थे बीजेपी पर गंभीर आरोप
बता दें कि सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर बीजेपी पर आप के 21 विधायकों को खरीदने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। वहीं शिक्षा मंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि बीजेपी ने हरेक विधायक को 25-25 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है। इसकी उनके पास ऑडियो क्लिप है, जिसे सही वक्त आने पर जारी किया जाएगा। इस मामले की जांच की मांग करने के लिए बीजेपी के दिल्ली के सांसद, विधायक और पदाधिकारी मंगलवार को पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा से मिले थे।

कल बगैर नोटिस दिए लौट आई थी क्राइम ब्रांच की टीम
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जांच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है, जिसमें सहयोग करने के लिए सीएम केजरीवाल और शिक्षा मंत्री आतिशी को नोटिस जारी किया गया था। लेकिन शुक्रवार को सीएम पुलिस टीम से नहीं मिले और वहां से निकल गए, जबकि आतिशी के दिल्ली से बाहर होने की जानकारी दी गई। इसलिए दोनों नोटिस रिसीव नहीं हो सके। दूसरी तरफ आप सूत्रों का दावा है कि सीएम ऑफिस के अफसर नोटिस रिसीव करने को तैयार थे, लेकिन पुलिस अफसर लौट गए।

बीजेपी ने केजरीवाल के खिलाफ दी थी शिकायत
गौरतलब है कि दिल्ली भाजपा ने केजरीवाल के झूठे आरोपों की पुलिस जांच की मांग करते हुए 30 जनवरी को एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें कहा गया था कि उसने आप विधायकों को ऐसी कोई पेशकश नहीं की है। सचदेवा ने कहा कि अब जब क्राइम ब्रांच ने केजरीवाल को नोटिस दिया है, तो उन्हें या तो अपने आरोपों के समर्थन में सबूत पेश करना चाहिए या आपराधिक कार्यवाही का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

 

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