नई दिल्ली

संविधान दिवस : जो दल स्वयं लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हों, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं – नरेन्द्र मोदी…

नई दिल्ली। संविधान दिवस पर प्रधानमंत्री ने देश के विपक्षी दलों को घेरा। उन्होंने अपने संबोधन में ‘राजनीति में परिवारवाद’ के सहारे कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियां और लालू यादव का नाम लिए बगैर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जमकर बरसे। आपको बता दें कि कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियां इसका विरोध कर रही है।

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘संविधान की भावना को भी चोट पहुंची है, संविधान की एक-एक धारा को भी चोट पहुंची है, जब राजनीतिक दल अपने आप में अपना लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो देते हैं। जो दल स्वयं लोकतांत्रिक कैरेक्टर खो चुके हों, वो लोकतंत्र की रक्षा कैसे कर सकते हैं।’

प्रधानमंत्री मोदी ने ‘राजनीति में परिवारवाद’ का सहारा लेते हुए कांग्रेस सहित कई विपक्षी पार्टियों को घेरा। उन्होंने कहा, ”भारत एक ऐसे संकट की ओर बढ़ रहा है, जो संविधान को समर्पित लोगों के लिए चिंता का विषय है, लोकतंत्र के प्रति आस्था रखने वालों के लिए चिंता का विषय है और वो है पारिवारिक पार्टियां।”

हालांकि, पीएम मोदी ने योग्यता के आधार पर एक ही परिवार के कई लोगों के राजनीति में आने को गलत नहीं माना। उन्होंने कहा, ‘योग्यता के आधार पर एक परिवार से एक से अधिक लोग जाएं, इससे पार्टी परिवारवादी नहीं बन जाती है। लेकिन एक पार्टी पीढ़ी दर पीढ़ी राजनीति में है।’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘राजनीति में भ्रष्टाचार’ का सहारा लेकर राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर भी हमला बोला। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ”क्या हमारा संविधान भ्रष्टाचार की अनुमति देता है? चिंता तब होती है, जब न्यायपालिका ने किसी को सजा दे दी हो। राजनीतिक स्वार्थ के कारण उसका भी महिमामंडन चलता है। भ्रष्टाचार को नजरअंदाज कर, सारी मर्यादाओं को तोड़कर उनके साथ लोगों का उठाना-बैठना शुरू हो जाता है। ऐसे में देश को नौजवानों को लगता है कि भ्रष्टाचार के रास्ते पर चलना खराब नहीं है, लोग कुछ समय बाद इसे स्वीकार कर लेते हैं।”  आपको बता दें कि कोर्ट ने लालू यादव को चारा घोटाले के आरोप में सजा सुनाई थी। वह इन दिनों बेल पर बाहर हैं।

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