मध्य प्रदेश

सीएम शिवराज ने 6 हजार नए आरक्षकों को सौंपे नियुक्ति पत्र, बोले – वर्दी पर कभी कलंक मत लगने देना

सीएम ने मंच से उतरकर नए आरक्षकों पर फूल वर्षाकर किया अभिनंदन, कहा- गुंडे अपराधी करीब आने की कोशिश करेंगे, इनसे सतर्क रहना

भोपाल। राजधानी के नेहरू नगर में स्थित पुलिस लाइन में शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नव-नियुक्‍त आरक्षकों को नियुक्‍ति पत्र सौंपे। कहा कि पुलिस सेवा सिर्फ नौकरी नहीं है, देश की रक्षा, जन सेवा का संकल्प है। जब आवश्यकता हुई पुलिस बल ने सर्वोच्च बलिदान दिया है। मध्यप्रदेश पुलिस का इतिहास शौर्य और पराक्रम से गौरवान्वित है। कबायली हमला हो या गोवा मुक्ति का संघर्ष हो या नागालैंड, मध्यप्रदेश पुलिस ने अपना कर्तव्य निर्वहन कर देश की सेवा की। मध्यप्रदेश पुलिस ने राज्य में सिमी आतंकी का नेटवर्क हो या बीहड़ के जंगल में डकैतों का आतंक या फिर नक्सलियों का आतंक, मध्यप्रदेश पुलिस ने इन सभी को ध्वस्त किया है, प्रभावी अंकुश लगाया है।

देश, समाज की रक्षक और दुश्मनों पर कहर बनकर टूट पड़ने के लिए है वर्दी

मुख्यमंत्री बोले- नवआरक्षक यह याद रखें कि यह वर्दी देश की रक्षा के लिए है, समाज की सुरक्षा के लिए है, अपराधियों पर कहर बनकर टूट पड़ने के लिए है, सज्जनों के उद्धार और दुर्जनों पर अंकुश के लिए है। इस वर्दी पर कभी कलंक मत लगने देना। हमेशा वर्दी का मान रखना। पुलिस की वर्दी कोई साधारण वर्दी नहीं है। यह देश तथा प्रदेश की सुरक्षा के लिए है। यह वर्दी अपराधियों को नेस्तनाबूद करने, निर्बलों को ताकत देने, सज्जनों का उद्धार करने के लिए है ये वर्दी। उन्होंने कहा कि संवेदनशीलता, वीरता, देशभक्ति और अनुशासन ही मध्यप्रदेश पुलिस की पूँजी है, जिसने मध्यप्रदेश पुलिस का अहम स्थान बनाया है। इसे कभी बिगड़ने मत देना। वर्दी की मर्यादाओं को कभी भूलना मत। मुख्यमंत्री ने कहा कि पांव में चक्कर, मुंह में शक्कर, सीने में आग और माथे पर बर्फ, हमारा व्यवहार ऐसा होना चाहिए।

सज्जनों के लिए फूल से कोमल, दुर्जनों के लिए वज्र से ज्यादा कठोर

सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश पुलिस का अर्थ है सज्जनों के लिए फूल से ज्यादा कोमल, लेकिन दुर्जनों के लिए वज्र से ज्यादा कठोर। पुलिस बल से जिम्मेदार आम नागरिकों को ज्यादा उम्मीदें होती है, उनकी रक्षा हमारा कर्तव्य है। मुझे और मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता को पुलिस पर गर्व है। कोविड काल में आपने अपनी कर्तव्यनिष्ठा और सेवा भाव से सबका दिल जीत लिया। कर्तव्य निर्वहन के लिए बलिदान देने में भी आप पीछे नहीं रहे। निष्पक्षता, ईमानदारी, प्रमाणिकता साख बनती है। नव आरक्षक ईमानदारी के साथ कर्तव्य का निर्वहन करें, तभी पुलिस बल की उच्चतम साख स्थापित होती है। मध्यप्रदेश की शांति और सुरक्षा के लिए कर्तव्य पथ पर सरकार हर कदम आपके साथ है। हमारे जवान तनाव मुक्त रहें। इसके लिए सप्ताह में पुलिस कर्मियों को अवकाश मिलना चाहिए। अवकाश देने पर उच्च स्तरीय टीम विचार कर निर्णय करे।

सीएम ने कहा- जनता की सुरक्षा में मप्र की पुलिस देश में नंबर वन

भर्ती परीक्षा पूरी तरह से पारदर्शी हो इसमें कोई कसर नहीं छोड़ी। यहां तक आप अकेले आ गए लेकिन आगे अब आपको टीम के साथ काम करना पडे़गा। जो भी कामयाबियां पुलिस को मिलीं वो टीम से मिलीं हैं। अभी प्रधानमंत्री ने डीजीपी कॉन्फ्रेंस में ये कहा कि सड़कों पर निकलकर जनता की सुरक्षा के मामले में मप्र की पुलिस देश में नंबर वन है। हमारी सड़कों पर उपस्थिति जनता में विश्वास और अपराधियों में डर पैदा करती है।

सीएम बोले- पुलिस बल की आंख और कान होते हैं आरक्षक

सीएम शिवराज ने आगे कहा कि आरक्षक पुलिस बल का नींव है, आधार है। अतिशयोक्ति न होगी यह कहना कि आरक्षक पुलिस बल की आंख और कान हैं। वरिष्ठ अधिकारी पुलिस बल का नेतृत्व करते हैं, लेकिन क्षेत्र की सुरक्षा का जिम्मा पहले आरक्षक पर ही होता है। मध्यप्रदेश पुलिस ने कर्तव्य पथ पर चलते हुए राष्ट्रीय दायित्व का निर्वहन किया। हमारे जवानों ने एक साल में लगभग 1 करोड़ 14 लाख के ईनामी डकैतों और नक्सलियों को मार गिराया।

सोने-सा खरा होकर दिखाना : गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा

इस अवसर पर गृहमंत्री डॉ. नरोत्‍तम मिश्रा ने प्रदेश के नव-नियुक्‍त आरक्षकों को बधाई देते हुए बेहतर काम करने की सीख दी। उन्होंने नव पुलिस आरक्षकों को मित्र कहकर संबोधित किया और कहा कि आप सब सोने सा खरा होकर दिखाना। समाज सुरक्षा की जिम्मेदारी अब आप की है। गृहमंत्री ने कहा- एक वो हैं जो रोज ट्वीट कर घोषणाएं करते हैं और कहते हैं कि रोजगार देंगे, बेरोजगार भत्ता देंगे, लेकिन जब सरकार में थे तो कुछ नहीं किया। एक हमारे नेता शिवराज सिंह चौहान हैं, जो कहते हैं वो करते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जब नक्सलियों का दमन किया, तब हमारी पूरी सरकार ही पुलिस के साहस और पराक्रम को पूजने के लिए बालाघाट चली गई और उन्हें आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिया। यही नहीं, आउट ऑफ टर्न प्रमोशन के बाद हमने पुलिस में क्रमोन्नति देने का काम करके नई परंपरा शुरु की।

डीजीपी ने कहा, मप्र पुलिस ने माफियाओं को समूल नष्ट किया

इस मौके पर मप्र के डीजीपी सुधीर सक्सेना ने कहा कि प्रदेश में माफियाओं को समूल नष्ट करने का काम पुलिस ने किया है। उत्तर में डकैती की समस्या हो या पूर्व दिशा में नक्सलियों की हरकतें या अन्य समस्याएं हों पुलिस ने इनका डटकर सामना किया है। आप ऐसी पुलिस का हिस्सा बनने जा रहे हैं, जिसके हर सदस्य को सीएम अपने परिवार का सदस्य मानते हैं।

पुलिस जवानों ने गाया मप्र गान

कार्यक्रम की शुरुआत में मप्र पुलिस के जवानों ने मप्र गान की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में पुलिस बैंड पार्टी ने गीत-संगीत की प्रस्तुति दी। मप्र गान के बाद सीएम ने पुलिस जवानों का हौसला बढ़ाया। मप्र गान जैसे ही खत्म हुआ, सीएम ने जवानों की तरफ देखकर तालियां बजाकर उत्साहवर्धन किया।

सीएम ने जवानों पर फूल वर्षा कर किया अभिनंदन

मंच पर जब सीएम शिवराज अपना संबोधन देने आए तो माइक नीचे रखकर मंच से नीचे उतर गए और वहां मौजूद नव-नियुक्‍त आरक्षकों पर पुष्‍पवर्षा कर उनका अभिनंदन किया। इससे नव-नियुक्‍त आरक्षकों में भी खुशी की लहर दौड़ गई। इसके उपरांत सीएम शिवराज ने नव-नियुक्‍त आरक्षकों के साथ संवाद किया। उन्‍होंने नव-नियुक्‍त आरक्षकों को उनके चयन के लिए बधाई दी।

नियुक्ति पत्र वितरण में दिखी सबके साथ की झलक

सीएम ने नियुक्ति पत्र वितरण में पीएम के मंत्र सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास की झलक देखने को मिली। सीएम ने सबसे पहले आदिवासी वर्ग के नवनियुक्त आरक्षक भोजराज धुर्वे (मंडला) को नियुक्ति प्रमाणपत्र दिया। इसके बाद छतरपुर की शांति अहिरवार, बैतूल की वर्षा नागले, इंदौर के इंद्रजीत सिंह और फिर भोपला की जैनिस कुरैशी को नियुक्ति प्रमाणपत्र दिए।

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