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पाक के विदेश मंत्री को चीन ने किया तलब : इंजीनियरों की मौत हजम नहीं कर पा रहा ….

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की ओर से इस धमाके को शुरुआत से ही किसी मकेनिकल खामी की वजह से हुई घटना बताया जा रहा था। लेकिन चीन ने अगले ही दिन से उसे आतंकी हमला कहना शुरू कर दिया। यही नहीं पाकिस्तान को सदाबहार दोस्त कहने वाले चीन ने पाकिस्तान से कहा कि इस मामले के दोषियों को जल्दी तलाश किया जाए और उन्हें कड़ी सजा मिलनी चाहिए। चीन की ओर से एक जांच दल भी पाकिस्तान भेजा गया है, जो उसकी एजेंसियों के साथ मिलकर मामले की जांच करेगा। इस पूरे घटनाक्रम से साफ है कि चीन और पाकिस्तान के बीच इस घटना के बाद से ‘ऑल इज वेल’ नहीं है।

बीते दिनों खैबर पख्तूनख्वा में एक बस में हुए बम धमाका पाकिस्तान के लिए गले की फांस बन गया है। यूं तो पाकिस्तान में अकसर आतंकी वारदातें होती रहती हैं, लेकिन इस घटना ने उसके सदाबहार दोस्त चीन को ही उससे नाराज कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी गुरुवार को चीन पहुंच रहे हैं और वहां 24 जुलाई तक रहने वाले हैं। सूत्रों का कहना है कि इन तीनों दिनों के दौरे में सबसे बड़ा एजेंडा खैबर पख्तूनख्वा में हुआ बम धमाका ही रहने वाला है। इस ब्लास्ट में 13 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें चीन के 9 इंजीनियर भी शामिल थे।

चीन के प्रधानमंत्री ली कचियांग ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए पीएम इमरान खान से बात की थी। उन्होंने कहा था कि इस मामले में सभी जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए और जिम्मेदार लोगों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। पाकिस्तान के खैबर प्रांत के कोहिश्तान जिले में इंजीनियरों की मौत के बाद से दासू डैम पर काम भी बंद हो गया है। ये इंजीनियर इसी डैम के काम से जुड़े हुए थे। यही नहीं चाइना पाकिस्तान इकनॉमिक कॉरिडोर को लेकर दोनों देशों के बीच प्रस्तावित मीटिंग भी चीन की ओर से स्थगित कर दी गई है।

हालांकि इस बीच चीन दौरे पर जाने से पहले बुधवार को पाकिस्तानी मीडिया से बात करते हुए पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि चाइना पाकिस्तान कॉरिडोर पर काम किसी भी कीमत पर नहीं रुकेगा। उनके इस बयान से साफ है कि चीन ने पाकिस्तान की बांह मरोड़ी है और अब उसकी ओर से चीन को मनाने की कवायद जारी है।

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