जांच अधिकारी बनकर पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के अधिकारियों से जांच में ढिलाई बरतने के नाम पर मांगी रिश्वत
भोपाल। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का अधिकारी बनकर महाराष्ट्र के एक व्यक्ति ने पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के अधिकारियों को धमकी दी है। उसने कहा कि वह मामले की जांच कर रहा है। जांच में ढिलाई के लिए उसने रुपये की मांग भी की है। उस व्यक्ति ने कई अधिकारियों को फोन किया, लेकिन कारपोरेशन के अधिकारी मामले को दबा रहे हैं। इस संबंध में अभी तक पुलिस में भी कोई शिकायत नहीं की गई है। बीते दिनों पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन की संविदा इंजीनियर हेमा मीणा के यहां लगभग सात करोड़ की संपत्ति मिलने के बाद कुछ लोग यहां के अधिकारियों से रुपये ऐंठने के चक्कर में हैं। बता दें कि यह मामला सामने आने के बाद कारपोरेशन ने हेमा मीणा को सेवा से मुक्त कर दिया है। उनकी निगरानी करने वाले परियोजना यंत्री जवाहर सिंह को निलंबित किया जा चुका है। गड़बड़ी की आशंका में अब बदमाश कुछ अधिकारियों को डराकर उन पर दबाव बना रहे हैं।
कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक उपेन्द्र जैन ने मामले की जांच के लिए एक तकनीकी समिति बनाई है। समिति हेमा मीणा के अधीन रहे सभी कार्यों की जांच करेगी। दूसरे अधिकारियों ने गड़बड़ी की होगी तो जांच में यह भी सामने आ जाएगा। अगले सप्ताह जांच रिपोर्ट आने की उम्मीद है। मालूम हो कि भोपाल में इसके पहले भी ईडी के नाम पर धमकाकर रुपये मांगने का मामला सामने आ चुका है। दिसंबर 2022 में दो आरोपितों ने एक निजी अस्पताल के डाक्टर को फोन कर कहा था कि वे सीएम हाउस से बोल रहे हैं। एक करोड़ 11 लाख रुपये नहीं दिए तो ईडी का छापा डलवा देंगे। डाक्टर की शिकायत पर दोनों पकड़े गए थे।