
बिलासपुर। भारत देश व खासकर छत्तीसगढ़ को संपूर्ण बर्बादी को रोकने के लिए नागरिकों को जागरूक करना अति आवश्यक है। आज देश के दोनों प्रमुख राजनीतिक दल पूर्णत: असफल हो गए है। रक्षक की जगह भक्षक बनकर देश और जनता को बर्बाद कर रहे हैं। उक्त बातें पूर्व सीबीआई मजिस्ट्रेट प्रभाकर ग्वाल ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही।

उन्होंने आगे कहा कि- दोनों राजनीतिक दल आपस में षड्यंत्र कर निजीकरण के माध्यम से पूरे देश के जनजीवन, धरती, पर्यावरण, जल, जंगल, उद्योग, व्यापार, रोजगार सेवा, भागीदारी, आरक्षण, संविधान सब कुछ बर्बाद कर दिए हैं। भारत की न्याय व्यवस्था बहुत ही बुरी स्थिति में है। गवाहों को सजा दी जा रही है। न्याय मांगने वालों को नक्सली, आतंकी, देश द्रोही कहकर मारा जा रहा है। जिसको नहीं मार पा रहे हैं, उनपर फर्जी केस दायर कर सालों साल जेलों में रखा जा रहा है। बार-बार ईवीएम चुनाव में धांधली के तथ्य प्रकट होने के बावजूद मतपत्र में चुनाव कराने, एक साथ, एक ही दिन, एक ही समय पर सभी चुनाव कराने कांग्रेस और भाजपा तैयार नहीं हो रहे हैं।
प्रभाकर ग्वाल ने कहा कि देश के सबसे बड़े कथित सांस्कृतिक संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने पूरे भारत के युवाओं को गुमराह कर गंभीर आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक संकट में डाल दिया है। आरएसएस, भाजपा, कांग्रेस की गलत नीतियों से भारत के लोगों की औसत आयु 40 साल कम हो गई है। एक स्वस्थ्य व्यक्ति की कार्य क्षमता 1990 के बाद से आज आधी रह गई है। भारत एक बड़ी अर्थव्यवस्था होते हुए भी प्रबंधन, उत्पादन, वितरण भंडारण की कमी के कारण कोरोना महामारी काल में बिमारी के साथ भूखमरी, अव्यवस्था के कारण लोग कीड़े मकोड़े की तरह मर गए। उनकों श्मशान में भी जगह नहीं मिल रही थी।
उन्होंने कहा कि उक्त तमाम समस्याओं का एक मात्र हाल पूर्ण शासकीयकरण व सहकारिता है। इन बातों को कैसे हल कर सकते हैं व कैसे समाज में एक आदर्श न्याय पूर्ण, समान अधिकार के साथ व्यवस्था बनाई जाए। इन समस्याओं को लेकर हम लोगों के बीच गए और उनका सुझाव एकत्र कर राष्ट्रीय सामाजिक संघ बुकलेट बनवाया गया। जिसको राज्य के सभी गांव, मोहल्ले आदि में वितरण कर लोगों को जागरूक किया जाएगा। इस बुकलेट में सभी समस्याओं को 19 कंडिका में बांटा गया है।