भूपेश बघेल ने कहा- रमन सिंह से पूछिए जिला क्यों नहीं बनाया …
पेंड्रा (प्रमोद शर्मा) । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज मरवाही उपचुनाव में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग यह आरोप लगा रहे हैं कि विधानसभा उपचुनाव में लाभ लेने के लिए कांग्रेस ने जिला बनाया है। आप लोग रमन सिंह से पूछिए 15 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद उन्होंने जिला क्यों नहीं बनाया। 22 माह में हमने मरवाही जिला के लिए 5 सौ करोड़ रुपए मंजूर किए। अब किसी को तकलीफ होता है तो होने दीजिए। हम इसे विकसित जिला बनाएंगे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज मरवाही विधानसभा के ग्राम डोंगरिया, कोड़गार और जोगीसार में चुनावी दौरा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अपने प्रचार करने के पहले ही यहां के लोगों को भरोसा दिलाया था कि कांग्रेस की सरकार बनी तो हम मरवाही को जिला बनाएंगे। सरकार बनने के बाद इस क्षेत्र के विधायक अजीत जोगी, विधानसभा में नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक की मौजूदगी में यह तय किए कि मरवाही को जिला बनाया जाएगा। इसमें चुनाव में लाभ लेने जैसी कोई बात नहीं थी, उस समय यह भी तय नहीं था कि मरवाही में चुनाव हो जाएगा।
भूपेश बघेल ने कहा कि इस जिले के लोगों को रमन सिंह से यह पूछना चाहिए कि 15 साल सरकार में रह कर उन्होंने जिला क्यों नहीं बनाया। क्या गौरेला-पेंड्रा-मरवाही छत्तीसगढ़ में नहीं था। विकास के मामले में यहां की उपेक्षा भाजपा सरकार ने क्यों की। सरकार बनने के बाद से पिछले 22 माह में हमने इस जिले के लिए 5 सौ करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों को मंजूरी दी है। राशनकार्ड खोज-खोज कर बनवाए गए। सरकार ने हर मामले में अब यहां के लोगों का ध्यान रखने का निर्णय ले लिया है। मरवाही जिला विकसित जिला के रुप में जाना जाएगा। पर्यटन, उद्योग और रोजगार को बढ़ावा दिया जाएगा। यहां से कांग्रेस प्रत्याशी डॉ. केके ध्रुव को आगे यहां की जो भी समस्या होगी उसे आपके विधायक के माध्यम से हम पूरा करेंगे।
कार्यक्रम को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम, सांसद ज्योत्सना महंत, मंत्री ताम्रध्वज साहू, कवासी लखमा, प्रेमसाय सिंह व जयसिंह अग्रवाल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में विधायक विनय जायसवाल, रामकुमार यादव सहित जिला पंचायत के अध्यक्ष अरुण चौहान, कांग्रेस नेता अटल श्रीवास्तव, विनोद तिवारी, आरपी सिंह, प्रमोद परस्ते, प्रामोद नायक, बसंत शर्मा, रमेश दुबे, ज्ञानेंद्र उपाध्याय, आत्मासिंह क्षत्रिय सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस के नेता मौजूद थे।