लखनऊ/उत्तरप्रदेश

मुख्तार अंसारी के बाद अब उनके बेटे अब्बास अंसारी को पकड़ने में जुटी आठ टीमें, 4 ACP शामिल …

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बाहुबली मुख्तार अंसारी के बाद अब उनके बेटे अब्बास अंसारी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। कई दिनों से फरार चल रहे अब्बास अंसारी को गिरफ्तार करने के लिए प्रदेश भाजपा सरकार के निर्देश पर लखनऊ कमिश्नरेट ने 8 पुलिस टीमों का गठन किया है। जिसमें 84 पुलिसकर्मी शामिल हैं। इसके अलावा चार एसीपी भी अब्बास की खोज में लगे हुए हैं। MP-MLA कोर्ट ने विधायक अब्बास अंसारी को कोर्ट में पेश होने के लिए 25 अगस्त तक का समय दिया है।

अब्बास अंसारी की खोज में लगी आठ टीमों के हर एक टीम में एक इंस्पेक्टर, दो दरोगा और सात कॉस्ट्रेबल शामिल हैं। इन टीमों को लखनऊ की एसीपी जया शांडिल्य, एसीपी क्राइम पंकज श्रीवास्तव, गाजीपुर एसीपी राजकुमार सिंह और एसीपी साइबर सेल दिलीप कुमार लीड करेंगे।

हाल ही में यूपी पुलिस ने अब्बास अंसारी के सरकारी विधायक आवास दारुलशफा नंबर 107 में यूपी पुलिस ने छापेमारी की।  एमपी-एमएलए कोर्ट ने पुलिस सबसे पहले 27 जुलाई तक कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया था जिसके बाद 10 अगस्त तक कर दिया। अब कोर्ट ने तीसरी बार तारीख बढ़ाकर 25 अगस्त कर दिया है। सुबसपा विधायक की खोज में यूपी पुलिस ने गाजीपुर, मऊ और लखनऊ समेत कई अन्य स्थानों पर छापेमारी कर रही है।

मऊ सदर विधायक अब्बास अंसारी पर एक लाइसेंस पर धोखाधड़ी से कई शस्त्र रखने का आरोप है। साल 2019 में महानगर थाने के प्रभारी अशोक कुमार सिंह ने अब्बास अंसारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि अब्बास अंसारी ने साल 2012 में गन का लाइसेंस लिया था जिसके बाद शस्त्र लाइसेंस को दिल्ली वाले घर के एड्रेस पर ट्रांसफर करवा लिया। इसके बाद उन्होंने धोखाधड़ी से कई हथियारों की खरीद की।

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