मध्य प्रदेश

कमलनाथ के बाद अब नेता प्रतिपक्ष ने दी अधिकारियों को खुली धमकी! बोले- कांग्रेसियों पर झूठे केस करने वालों को दंडित करने से पीछे नहीं हटेंगे …

भोपाल। मध्य प्रदेश में आलोट विधायक मनोज चावला पर हुई कार्रवाई का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। विधायक के समर्थन में पूरी कांग्रेस उतर आई है। हाल ही में रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के पत्र के बाद अब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह का बयान आया है। उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए अधिकारियों को खुली धमकी दे डाली। उन्होंने कहा कि वह ऐसे अधिकारियों को दंडित करने से पीछे नहीं हटेंगे।

नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह बोले- कांग्रेस कार्यकर्ताओं और विधायकों को अपमानित करने वाले और झूठे मुकदमे में फंसाने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। कांग्रेस की सरकार बनने पर ऐसे अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई होगी। हम उन्हें दंडित करने से पीछे नहीं हटेंगे। एमपी में अधिकारी कर्मचारी सरकार चला रहे हैं, प्रदेश में तंत्र हावी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी नेताओं के इशारे पर काम करने वाले अधिकारियों को किसी भी हाल में नहीं छोड़ेंगे। कांग्रेसियों को अपमानित करने तथा झूठे और गलत कार्रवाई करने वाले यह जान लें। उन्होंने कहा कि विधायक मनोज चावला पर झूठा मुकदमा दर्ज किया गया। सरकार बनने पर सभी अधिकारियों का रिकॉर्ड मिल जाएगा।

रतलाम जिले की आलोट विधानसभा क्षेत्र से विधायक मनोज चावला खाद की एक-एक बोरी के लिए परेशान अपने क्षेत्र के किसानों के बीच पहुंचे थे। इस दौरान वे सोसायटी भी पहुंचे, जहां खाद के लिए बड़ी संख्या में एकत्रित हुए थे, लेकिन सोसायटी के खाद गोडाउन को बंद कर रखा था। इस पर उन्होंने गोडाउन का शटर उठाकर किसानों को यूरिया खाद ले जाने का कह दिया। इसके बाद किसानों ने पूरी खाद लूट ली।

इस मामले में कलेक्टर ने सख्त कार्रवाई करते हुए विधायक मनोज चावला के ऊपर लूट और अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज करवाया था। इसके बाद से विधायक के पक्ष में कांग्रेस खड़ी हो गई थी। जिले भर में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रदर्शन कर किसानों को समय पर खाद नहीं उपलब्ध करा पाने पर प्रदर्शन कर भाजपा सरकार को घेर रहे हैं, वहीं कांग्रेस विधायक पर केस दर्ज करने पर भी बेहद राज हैं।

नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने धर्मांतरण को लेकर भी भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार धर्मांतरण को रोकने में पूरी तरह नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि एक-दूसरे के धर्मों का सम्मान नहीं करने वालों पर कार्रवाई होना चाहिए। सनातन धर्म, मुस्लिम या क्रिश्चियन कोई भी हो, अगर वह दूसरे के धर्मों का सम्मान नहीं करता तो भाजपा सरकार को इन पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए, लेकिन प्रदेश की निकम्मी भाजपा सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।

उल्लेखनीय है कि रतलाम के इस मामले को लेकर रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश के सभी पुलिस अधिक्षकों को इस मामले में पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हो रही कार्रवाई के बारे में बात करते हुए पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कोर्ट जाने की बात कही था। कमलनाथ ने पत्र में भाजपा सरकार और पुलिस विभाग पर आरोप लगाते हुए लिखा था कि पुलिस सत्तारूढ़ पार्टी और उसके नेताओं के दबाव में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामले दर्ज कर उन्हें झूठे केस में फंसा रही है।

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