नई दिल्ली

नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में डेढ़ साल बाद जेल में बंद विधायक अखिल गोगोई हुए बरी …

नई दिल्ली (पंकज यादव) । नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में आंदोलन के दौरान कथित हिंसा के आरोपों में जेल में बंद असम के जनप्रिय व लोकप्रिय विधायक अखिल गोगोई गुरुवार को जेल से रिहा हो गए। वह बीते डेढ़ सालों से सीएए विरोधी आंदोलन के दौरान कथित हिंसा के चलते जेल में थे।

गुरुवार को ही सीएए आंदोलन से जुड़े एक केस में एनआईए कोर्ट की ओर से रायजोर दल के मुखिया अखिल गोगोई को बरी किया गया था। उसके कुछ घंटे के बाद ही तमाम औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद अखिल गोगोई को रिहा कर दिया गया। बीते सप्ताह ही उन्हें आंदोलन से ही जुड़े एक अन्य केस में बरी कर दिया गया था।

जेल से रिहाई के बाद मीडिया से बात करते हुए अखिल गोगोई ने कहा, ‘मैं सबसे सैम स्टैफर्ड के पेरेंट्स से मिलने जाऊंगा, जो सीएए विरोधी आंदोलन का असम में पहला शहीद था। इसके बाद मैं कृषक मुक्ति संग्राम समिति के ऑफिस जाऊंगा और फिर अपनी पार्टी रायजोर दल के ऑफिस पहुंचना है। इसके बाद कल सुबह मैं अपने विधानसभा क्षेत्र का दौरा करूंगा।’

अदालत के फैसले को लेकर गोगोई ने कहा कि इस बात की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी कि सरकार की ओर से इतने दबाव के बाद भी अदालत इस तरह का फ्री एंड फेयर फैसला देगी। इससे पता चलता है कि न्यायपालिका आज भी स्वतंत्र है और लोग उस पर भरोसा कर सकते हैं।

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