मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में मिली गड़बड़ी, कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
5 जून को हुआ था सामूहिक विवाह, 29 जोड़ों ने लिए थे सात फेरे
मधुसूदनगढ़। नगर परिषद द्वारा शासन की योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री कन्या विवाह निकाह योजना के अंतर्गत 5 जून को सम्मेलन का आयोजन रखा गया था जिसमें नगर परिषद सहित आसपास के 29 जोड़े ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का लाभ लेने नगर परिषद में पंजीयन कराया जिसमे विवाह कराने मौके पर 27 जोड़े ने सम्मेलन में अपना विवाह संपन्न कराया वाकी 1 जोड़ा पंजीयन होने के वाद फर्जी बताया गया एक जोड़ा गैरहाजिर रहा था जिसमे भोजन पानी और टेन्ट व्यवस्थाओ की गडवड़ी की खबर स्वतंत्र समय ने प्रमुखता से लगाने के वाद अव कलेक्टर ने संज्ञान में लेकर जिला एसीओ को जांच के आदेश दे दिए है।
इन बिदुओं पर हुई जांच
मीनू के अनुसार भोजन में 8 पूड़ी सब्जी सेओ सलाद अचार और मीठाई होना था, सम्मेलन में कितनी राशि खर्च की गई , टेन्ट ठंडा पानी की व्यवस्था पर जांच पर इन सब विन्दुओं पर नेता प्रतिपक्ष हल्की वाई कमरलाल कुशवाह और जनप्रतिनिधियों का कहना है नगर परिषद द्वारा समूहिक विवाह सम्मेलन में खाना पैकेट में किसी 6 तो किसी मे 7 पूड़ी सब्जी नही सेओ नही मिठाई नही सलाद नही दिया केबल अचार पांडाल में ठंडा पानी की ब्यबस्था नही की।
नगर परिषद अध्यक्ष बोले, सम्मेलन में सीएमओ ने मुझे नहीं दिया आमंत्रण
इधर मधुसूदनगढ़ नगर परिषद अध्यक्ष श्यामलाल अहिरवार से हमारे संवाददाता खलील खाँन ने वात की तो उन्होंने बताया कि सीएमओ ने मुझे मुख्यमंत्री कन्या विवाह सम्मेलन की कोई जानकारी नहीं, न ही इसके पूर्व मुझसे सलाह मशवरा किया। सीएमओ ने मुझे इसलिए नही वुलाया, जिससे उनके भ्रष्टाचार की पोल खुल नही जाए।
जांच में खुली भ्रष्टाचार की पोल
कलेक्टर फ्रेंक नोवल ए के जांच के आदेश के वाद जिला पंचायत ए सीओ विशाल सिंह ने वताया की प्रारंभिक जांच में कुछ तत्य सामने आए है इसमे सीएमओ संतोष पाराशर ने अपने अधिकार क्षेत्र से हटकर कार्य किया है नियमानुसार सीएमओ को 49 हजार से ज्यादा धनराशि निकालने का अधिकार नही जबकि इस मामले में खाना के 50 हजार से अधिक के विल लगाए गए 50 हजार से अधिक के विलो में अध्यक्ष से नस्ती पर साइन कराना होता है जबकि सीएमओ सन्तोष पाराशर ने नियम विरुद्ध काम कर दिया है जांच में खाना पैकिट और पानी की व्यवस्था में भी गडवड़ी मिली है ,नियम से काम करने की दुहाई देने वाले सीएमओ मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के विवाह सम्मेलन में गडवड़ी के मामले में अब बुरी तरह फस चुके है अब देखना यह है की जिले के मुखिया मधुसूदनगढ़ सीएमओ सन्तोष पाराशर पर क्या कार्रवाई करते है।
इन समस्याओं पर भी ध्यान नहीं
मधुसूदनगढ़ नगर हुए करीबन एक वर्ष पूरा होने को हैे लेकिन जवसे चुनाव के वाद परिषद बैठी है जवसे अध्यक्ष उपाध्यक्ष खेमे में अपने अपने वर्चस्व को लेखर मन मुठाव चल रहा तो वही सीएमओ संतोष पराशर अध्यक्ष से मिलकर काम नही करना चाहते नेताओ के आपसी वाद विवाद में नगर परिषद क्षेत्र में विकास थमा हुआ है । नगर में विकास के नाम पर एक वर्ष में एक भी ईंट नही लगी है नगर के चारो ओर गन्दगी फैली हुई है नाली गटरे एक वर्ष से साफ नही हुई जगह जगह कचरे ढेर लगे है नगर में खम्बो के बेपरलेम्प बंद पड़े है सीएमओ की मनमानी से लोग नाराज है छोटे छोटे कामो को लेकर हितग्राही नगर परिषद के चक्कर काट रहे है कर्मकार कार्ड के हितग्रायो का कहना है कि एक वर्ष वीत गया कर्मकार्ड के लिए आबेदन नगर परिषद में जमा किये हुए अभीतक नही बना सीएम हेल्पलाइन लगाने के वाद सीएमओ ने दवाव वना कर सीएम हेल्पलाइन कटवा दी सीएमओ लोगो से दबाब डालकर सीएम हेल्पलाइन बन्द करा रहे है।