रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के विधायक प्रकाश नायक के अपराधी पुत्र और उसके साथियों द्वारा ट्रक ड्राइवर और थाने में घुस कर आरक्षक से मारपीट के मामले में आखिरकार नया मोड़ आया और खाकी शर्मसार होने से बच गई। मंगलवार की सुबह विधायक ने अपने आरोपी पुत्र समेत उसके अन्य 4 साथियों को सिटी कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। सभी आरोपियों को मुलाहिजा के बाद पुलिस कोर्ट में पेश करेगी।
बता दें कि 15 अप्रैल की रात विधायक प्रकाश नायक के पुत्र रितिक नायक ने ट्रक ड्राइवर की पिटाई की। उसके बाद थाने में आरक्षक की पिटाई कर दी। लिस ने आरक्षक व ट्रक ड्राइवर की शिकायत पर एफआईआर दर्ज किया था, लेकिन अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। मामले में फरार आरोपी रितिक नायक, सुयश राय, उपेन्द्र डडसेना, तरुण पटेल, राज पटेल व समीर पटेल ने मंगलवार को कोतवाली थाने पहुंचकर सरेंडर कर दिया। विधायक प्रकाश नायक खुद अपने बेटे रितिक नायक को सरेंडर कराने थाने लेकर पहुंचे। विधायक प्रकाश नायक ने कहा कि मैंने जिम्मेदार जनप्रतिनिधि होने का फर्ज निभाया है। अपने बेटे को सरेंडर कराया है। उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। कानून से ऊपर कोई नहीं है।
विधायक पुत्र समेत उसके साथियों की गिरफ्तारी को लेकर जिले के भाजपा नेताओं ने पहले ही अपना विरोध दर्ज करा दिया है। बीजेपी नेताओं ने कहा कि इस तरह की घटना को लेकर किसी भी व्यक्ति पर निष्पक्ष और कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए। विधायक पुत्र रितिक नायक पर शहर की शांत आबोहवा को खराब करने और कानून व्यवस्था को बिगाड़ने का एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।
रायगढ़ के विधायक प्रकाश नायक के पुत्र और साथियों द्वारा मारपीट की घटना को लेकर खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में जीत के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जब इस मामले को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा था कि जब मुख्यमंत्री का पिता गिरफ्तार हो सकता है तो विधायक का बेटा भी गिरफ्तार हो सकता है। कानून अपना काम करेगी। पुलिस द्वारा भी लगातार यह प्रयास किया जा रहा था कि विधायक के बेटे की गिरफ्तारी हो जाये।