छत्तीसगढ़

4 नवजात बच्चों की हुई मौत, परिजनों ने किया हंगामा, टीएस सिंहदेव दिल्ली का दौरा छोड़ अंबिकापुर के लिए हुए रवाना…

अंबिकापुर। स्पताल में भर्ती चार नवजात बच्चों की मौत होने से परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया। परिजनों ने बच्चों के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर दी। बाद में पुलिस और अफसरों की समझाइश पर मामला शांत हुआ। वहीं स्वास्थ्य मंत्री और स्थानीय विधायक टीएस सिंहदेव दिल्ली का दौरा अधूरा छोड़कर अंबिकापुर वापस लौट रहे हैं।

शहर के मेडिकल कॉलेज सह-जिला अस्पताल में 36 दिन से लेकर 2 दिन उम्र के बच्चे एसएनसीयू में भर्ती थे। इनमें से तीन बच्चों का जनम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुआ था। वहीं चौथा नवजात उदयपुर सीएचसी से रेफर होकर गुरुवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती हुआ था। नवजातों की मौत पर परिजनों के हंगामा करने से अस्पताल में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई थी। वे बच्चों का शव गोद में लेकर विलाप कर रहे थे और प्रबंधन को कोस रहे थे। अस्पताल में सुबह के समय करीब दो घंटे हंगामा चला। पुलिस व अफसरों के पहुंचने के बाद किसी तरह मामला शांत हुआ। इसके बाद परिजन बच्चों का शव लेकर घर चले गए। बहरहाल मामला जो भी हो, लेकिन एक ही दिन में 3 घंटे के भीतर 4 बच्चों की मौत ने चिकित्सीय तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि प्रबंधन लापरवाही से इनकार करता रहा। डॉक्टरों के अनुसार चारों बच्चे गंभीर हालत में थे और परिजनों को भर्ती के समय ही पूरी स्थिति की जानकारी दे दी गई थी।

सुबह हुई थी बच्चों की मौत

  1. सूरजपुर जिले के बैजनाथपुर निवासी उदय सिंह के चार दिन के नवजात शिशु को 12 अक्टूबर को एसएनसीयू में भर्ती किया गया। उसका जन्म भी मेडिकल कॉलेज सह-जिला अस्पताल में हुआ था। यहां इलाज के बाद भी उसकी हालत सामान्य नहीं हुई और शनिवार को भोर में 3.30 बजे उसकी मौत हो गई।
  2. बलरामपुर जिले के रजपुर निवासी महेश कुमार के बच्चे का जन्म 10 सितंबर को हुआ था। तबीयत खराब होने से उसने बच्चे को 13 अक्टूबर को मेडिकल कॉलेज सह-जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। इलाज के बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ और शनिवार की भोर में करीब 4 बजे उसकी मौत हो गई।
  3. सरगुजा जिले के दरिमा नवानगर निवासी देवानंद के बच्चे का जन्म 19 सितंबर को हुआ था। कम वजन होने से उसे 19 सितंबर को उसे मेडिकल कॉलेज सह-जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया गया। उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ और शनिवार की सुबह करीब 5 बजे उसकी मौत हो गई।
  4. सरगुजा जिले के उदयपुर लक्ष्मणनगर निवासी बृजकेश्वर के बेटे का जन्म 14 अक्टूबर को उदयपुर सीएचसी में हुआ। उसकी हालत ठीक नहीं होने डाॅक्टर द्वारा रेफर करने के बाद परिजन ने बच्चों को मेडिकल कॉलेज सह-जिला अस्पताल में भर्ती किया। यहां इलाज के दौरान शनिवार की सुबह करीब पौने 7 बजे बच्चे की मौत हो गई।

स्वास्थ्य मंत्री ने किया सारे कार्यक्रम स्थगित

नवजात बच्चों की मौत होने पर स्वास्थ्य मंत्री एवं स्थानीय विधायक दिल्ली का दौरा छोड़कर 3.30 बजे अंबिकापुर के लिए वापस लौट रहे हैं। उन्होंने बिलासपुर और रायपुर से स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीमों को अंबिकापुर पहुंचने का निर्देश दिया है। वे वहां मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों, स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम और स्थानीय अधिकारियों से बात मौत के कारणों की जांच करेंगे।

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