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हडि्डयों में महिलाओं के 2 यूट्रस, दूसरी युवती के भी कार में जलने की हुई पुष्टि, दोस्तों के साथ रिसॉर्ट में पार्टी मनाने जा रहीं थी युवतियां …

बिलासपुर । रतनपुर में कार सवारों के जिंदा जलने के मामले में अपडेट आया है। रतनपुर कार हादसे की जांच में फोरेंसिक जांच में हड्डियों में महिलाओं के दो यूट्रस मिले। इसके आधार पर दूसरी युवती की भी कार में होने की पुष्टि हुई। हादसे कुल 4 लोगों की मौत हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हादसे में जिस दूसरी युवती का पता नहीं चल रहा था, अब उसके भी जिंदा जलने की पुष्टि हुई। उसका नाम विक्टोरिया आदित्य था और वह कोरबा की रहने वाली थी। हादसे में उसकी सहेली कोरबा जिले के बाल्को स्थित भद्रापारा निवासी याशिका मनहर 22 की भी मौत हुई है। दोनों नूतन कॉलोनी के पास रहती थी।

विक्टोरिया विहार में किराए का कमरा लेकर रहती थी और गुरु घासीदास यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करती थी। वह अक्सर पार्टी करने क्लब, होटलों व रिसॉर्ट पर जाया करती थी। यहां उसकी पहचान कोरबा एनटीपीसी में रहने वाली विक्टोरिया आदित्य से हुई। वह भी बिलासपुर में पीएससी की कोचिंग कर रही थी। इन दोनों की दोस्ती शहर के रईस शाहनवाज उर्फ समीर व अभिषेक कुर्रे से हुई थी। घटना वाले दिन ही अभिषेक कुर्रे की बेमेतरा में सगाई हुई थी। शाम को लौटा तो शाहनवाज खान ने उसे “पार्टी” देने को कहा।

शाहनवाज और अभिषेक के साथ याशिका मनहर और विक्टोरिया आदित्य भी पार्टी करने पचरा स्थित गिन्नी रिसोर्ट जाने के लिए निकले थे पर रास्ते में पोड़ी और खैरा के बीच हादसा हो गया। इसमें कार के पेड़ से टकराने के बाद चारों पूरी तरह से जल गए और केवल जली हुई हड्डियां बरामद हुई थीं। विक्टोरिया को छोड़कर बाकी की पहचान उनके चेन, कड़े से हुई थी। इसके आधार पर पुलिस ने तीन की मौत की पुष्टि की। पुलिस का मानना था कि विक्टोरिया आदित्य रास्ते में कहीं उतर गई होगी।

इसके बाद विक्टोरिया के परिजनों ने अपने स्तर पर पतासाजी शुरू की। इसी बीच उसके मोबाइल का आखिरी लोकेशन घटनास्थल पर ही मिला। फिर परिजनों ने कार को खंगाला तो विक्टोरिया की घर की चाबी भी कार के भीतर मिल गई। साथ ही और भी हड्डियां बरामद हुई। सोमवार को पुलिस ने इनकी जांच की। फोरेंसिक टीम ने सभी हड्डियों को एकत्रित की। सारे पार्ट्स अलग अलग किए तो एफएसएल जांच में दो युवतियों के 2 यूट्रस मिले। इससे कार में दो लड़कियों के होने की पुष्टि हुई। दो युवकों के पहले ही हो चुके थे।

विक्टोरिया के परिजन कह रहे थे कि विक्टोरिया भी हादसे में जल चुकी है। पिता सीएल आदित्य कोरबा के एनटीपीसी स्थित केंद्रीय विद्यालय में टीचर है। विक्टोरिया सेंट्रल यूनिवर्सिटी में बीए सेकेंड ईयर की छात्रा थी। वह पीएससी की कोचिंग भी कर रही थी। सेंट्रल लाइब्रेरी के पीछे वह किराए का मकान लेकर रहती थी। शनिवार की रात करीब 11 बजे अपनी मां से बात हुई थी और उसने बताया था कि दोस्तों के साथ पार्टी मनाने क्लब जा रही है। दूसरे दिन उसका फोन नहीं लग रहा था। दोस्तों ने बताया कि विक्टोरिया भी दुर्घटना वाले कार में थी। इसके बाद परिजन रतनपुर पहुंचे थे।

चारों कार में साथ गए थे पर कार में ब्लास्ट होने के कारण सभी के शरीर के पार्ट्स बिखर गए थे। प्रारंभिक जांच में मौके से जो हड्डियां बरामद हुई थी, उनमें तीन के होने के पक्के सबूत थे। चौथे पर कन्फ्यूजन था। युवती की गाड़ी से चाबी मिली थी और उसका मोबाइल का लोकेशन भी वहीं था। फोरेंसिक जांच में एक साथ दो युवतियों के 2 यूट्रस मिलने के बाद इसकी पुष्टि हो गई।

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