मध्य प्रदेश

रतलाम के हॉस्टल से कूदने वाली छात्रा की सहेली ने जहर खाकर दी जान, घटना के बाद से ही थी सदमे में

मरने से पहले बोली थी- वो बार-बार छत से कूदते हुए ही दिखती है, उसे दिमाग से नहीं निकाल पा रही हूं

रतलाम के हॉस्टल से कूदकर जान देने वाली छात्रा कृष्णा की सहेली गीता ने भी जहर खाकर जान दी।

भोपाल/रतलाम। मध्यप्रदेश के रतलाम में कन्या शिक्षा स्कूल के हॉस्टल से कूदने वाली छात्रा की सहेली गीता (17 वर्ष) ने भी सुसाइड कर लिया। छात्रा की मौत से दुखी सहेली को परिजन अपने घर बांसवाड़ा राजस्थान ले गए थे। वहां उसने जहरीला पदार्थ पीकर जान दे दी। वह रतलाम में रहकर 11वीं की पढ़ाई कर रही थी।
गीता के परिवार वालों का कहना है कि सहेली की मौत के बाद से बेटी सदमे में थी। ठीक से खा-पी भी नहीं रही थी। सहेली को याद कर-करके रोती रहती थी। सोते समय में भी उसका नाम लेती थी। कहती थी- कृष्णा (हॉस्टल की छत से कूदकर सुसाइड करने वाली छात्रा) तूने ऐसा क्यों किया? बेटी ने हमें बताया था कि सहेली उसकी नजरों के सामने बार-बार छत से कूदते हुए दिख रही है। उसे दिमाग से नहीं निकाल पा रही हूं।

हॉस्टल से कूदकर जान देने वाली छात्रा कृष्णा।

यह है पूरा मामला

मध्यप्रदेश के रतलाम के कन्या शिक्षा आवासीय परिसर में आदिवासी गर्ल्स हॉस्टल की चौथी मंजिल की छत से गिरकर 9वीं की छात्रा की मौत हो गई थी। छात्रा बुधवार दोपहर गिरी थी। देर शाम इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। हॉस्टल मैनेजमेंट के अनुसार, छात्रा ने छत से कूदकर सुसाइड किया है। पिता का आरोप है कि बेटी इतनी ऊंचाई से गिरी, लेकिन खून नहीं निकला। लगता है हॉस्टल वाले कुछ छिपा रहे हैं।नौवीं क्लास की स्टूडेंट कृष्णा डामर (14 वर्ष) की 7 दिसंबर को हॉस्टल की चौथी मंजिल की छत से गिरने से उसकी मौत हो गई थी। हॉस्टल मैनेजमेंट का कहना था कि इसी दिन उसे एग्जाम में चीटिंग करते हुए पकड़ा गया था। इसके बाद उसने आत्महत्या कर ली, वहीं कृष्णा के पिता ने आरोप लगाते हुए कहा था कि इतनी ऊंचाई से गिरने के बाद भी बेटी को कोई गंभीर चोट नहीं आई। मैनेजमेंट हकीकत छिपा रहा है। पिता बहादुर डामर का कहना था कि बेटी होनहार थी। 7वीं-8वीं में अच्छे नंबर से पास हुई थी। चीटिंग कर ही नहीं सकती। घटना के दूसरे दिन रतलाम कलेक्टर ने हॉस्टल वार्डन सीमा कनेरिया को हटा दिया था। उनकी जगह इस हॉस्टल का चार्ज 10वीं-11वीं की छात्राओं के हॉस्टल की वार्डन सुनीता हारी को दे दिया गया है। कृष्णा रतलाम जिले के बाजना की रहने वाली थी। वह 7वीं कक्षा से ही हॉस्टल में पढ़ रही थी। पिता किसान हैं। कृष्णा की 15 साल की एक बड़ी बहन और 8 साल की एक छोटी बहन है। उसका 5 साल का एक भाई है। कृष्णा 12 साल की उम्र से ही बाइक चला रही थी, इसलिए गांव में उसे बाइक वाली कृष्णा कहकर ही बुलाते थे।

रतलाम स्थित आदिवासी गर्ल्स हॉस्टल, जिसकी चौथी छत से कूदी थी छात्रा

छत पर कुछ दूर थी, तभी सहेली ने छलांग लगा दी

कृष्णा की सहेली और सुसाइड करने वाली 11वीं की छात्रा गीता के परिजन ने बताया कि होस्टल से घर आने के बाद उनकी बेटी ने घटना के बारे में बताया था कि उसे जब कृष्णा हॉस्टल में नहीं दिखी तो उसने दूसरी छात्राओं से पूछा। उन्होंने कृष्णा के छत पर होने की जानकारी दी तो वह भी वहां पहुंची। वह छत के सोलर पैनल तक ही पहुंची थी और कृष्णा ने छत से छलांग लगा दी। कृष्णा हमारी बेटी से छोटी थी, लेकिन उसकी खास सहेली थी। बेटी ने जब 10वीं में यहां प्रवेश लिया था, तब से दोनों की खूब पटती थी। बेटी ने हमें बताया था कि मुझे बार-बार कृष्णा कूदते हुए दिख रही है और मैं उसे दिमाग से निकाल नहीं पा रही हूं। वह बार-बार यही बोलती थी कि कृष्णा तूने ऐसा क्यों किया। 10 दिसंबर की सुबह 7.30 बजे हम सब घर पर ही थे, लेकिन पता नहीं कब उसने घर में रखा कीटनाशक पी लिया। उसे हम तत्काल बांसवाड़ा सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे। छात्रा बोलने की स्थिति में नहीं थी, इसलिए उसके बयान नहीं हो सके। रविवार सुबह इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

छात्राओं ने पुलिस को दिए बयान में बताया वह खुद कूदी

कृष्णा की मौत के बाद डीडी नगर थाने की एसआई निशा चौबे ने बताया था कि छात्राओं के बयान लिए गए हैं, जिसमें पता चला है कि कृष्णा खुद कूदी है और उस वक्त उनके बीच चीटिंग करते पकड़ाने की बात को लेकर चर्चा चल रही थी। बहरहाल, मामले की जांच की जा रही है।

Back to top button