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तेलंगाना के नेता को यूपी से राज्यसभा टिकट और अब हैदराबाद में बड़ी बैठक …

नई दिल्ली। राज्य से योग्य उम्मीदवार को राज्यसभा ना भेजकर दूसरे राज्यों से उम्मीदवार चयन को लेकर भाजपा में अब अंतर्कलह शुरू हो गई है। हालांकि पार्टी इसे सार्वजनिक तौर पर स्वीकार नहीं कर रही है लेकिन सच्चाई यहीं है। विपक्षी दल पर बाहरी प्रत्याशियों का मुद्दा उठाते उठाते खुद भाजपा में भी वही आग अंदर से जल गई और पार्टी के वरिष्ठ नेता इससे खफा हो गए हैं। वहीं उत्तर भारतीय राज्यों में अपना दबदबा कायम कर चुकी भारतीय जनता पार्टी की नजरें अब दक्षिण भारत में पैर जमाने पर है।

अगले साल तेलंगाना में विधानसभा चुनाव हैं और उससे पहले भाजपा प्रादेशिक चुनाव में मुख्य मुकाबले में दिखना चाहती है। तेलंगाना में पार्टी के बड़े नेता के. लक्ष्मण को भाजपा राज्यसभा भेजकर आधा काम कर चुकी है और अब 2 जुलाई को हैदराबाद में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी तय हुई है, जिसमें पीएम मोदी से लेकर पार्टी चीफ जेपी नड्डा भी शामिल होंगे। इसके पीछे एक और बड़ी वजह जो मानी जा रही हैं वो है- तेलंगाना सीएम केसीआर को सीधी चुनौती देना। केसीआर पिछले काफी समय से देश भ्रमण करके भाजपा के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं।

भाजपा पार्टी के सूत्रों ने बुधवार को कहा कि भाजपा दो जुलाई से हैदराबाद में दो दिनों के लिए अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित करेगी। यह भाजपा का प्रमुख निर्णय लेने वाला निकाय है जिसमें देश भर के पार्टी नेता शामिल होते हैं। अगले साल तेलंगाना में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। राज्यसभा में प्रदेश के नेता की यूपी से एंट्री कराना और अब हैदराबाद में बड़ी बैठक करना दिखाता है कि भाजपा इस बार तेलंगाना चुनाव को हल्के में लेने के मूड में नहीं है।

सूत्रों का कहना है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कितनी अहम है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत पार्टी के सभी शीर्ष नेता शामिल होने जा रहे हैं।

सूत्रों ने कहा है कि चूंकि भाजपा की नजरें तेलंगाना में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी हैं, इस लिहाज से भी हैदराबाद में बैठक करना काफी अहम है। इसके अलावा भाजपा चिंता का कारण बन चुके केसीआर को भी जवाब देने की तैयारी कर रही है। केसीआर पिछले काफी समय से विपक्षी नेताओं से मुलाकात करके भाजपा के खिलाफ टीम को एकजुट करने में जुटे हैं। इसमें पश्चिम बंगाल सीएम ममता बनर्जी, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी समेत कई नेता शामिल हैं।

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