लखनऊ/उत्तरप्रदेश

इत्र कारोबारी पीयूष के बेटे प्रत्यूष जैन कस्टडी में, लगातार जारी है नोटों की गिनती, रखने के लिए मंगाए गए 80 बक्से और कंटेनर ….

कानपुर । टैक्‍स चोरी के शक में जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) ने इत्र कारोबारी पीयूष जैन के बेटे प्रत्यूष जैन को कस्टडी में लिया है। कानपुर में इत्र कारोबारी के घर छापेमारी लगातार जारी है। इस बीच टीम प्रत्यूष को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है। बताया जा रहा है कि टीम को पीयूष जैन के आनंदपुरी स्थित घर में भारी कैश मिलने की संभावना है। इसे रखने के लिए 80 नए बक्से और कंटेनर मंगवाए गए हैं। पीयूष जैन के घर मिल रहे खजाने की सूचना पर प्रधान आयकर निदेशालय से जांच के वरिष्ठ अधिकारी और संयुक्त निदेशक जांच विजयानंद भारतीय भी पहुंचे हैं। डीजीजीआई के कई अफसर मौके पर मौजूद हैं।

बता दें कि टैक्‍स चोरी के शक में जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई) की टीम ने कल (23 दिसम्‍बर 2021) सुबह इत्र कारोबारी पीयूष जैन के सात ठिकानों पर छापा मारा था। इसमें उनका घर, फैक्ट्री, ऑफिस, कोल्ड स्टोरेज और पेट्रोल पंप शामिल था। कानपुर, कन्नौज, गुजरात, मुंबई के प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापेमारी की गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अधिकारियों ने मौके से करोड़ों की सम्‍पत्तियों के कागजात और भारी मात्रा में कैश बरामद किया है। बताया जाता है कि करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपए की कर चोरी के सबूत जांच अधिकारियों के हाथ लगे हैं। इसके साथ ही दिखावे की कंपनियों के जरिए करीब सौ करोड़ रुपए से अधिक का ऋण लिए जाने की बात भी आ रही है।

मूल रूप से कन्‍नौज के छिपत्‍ती के रहने वाले इत्र कारोबारी पीयूष जैन वर्तमान में जूही थाना क्षेत्र के आनंदपुरी में रहते हैं। उनकी इत्र की फैक्‍ट्री के अलावा कन्नौज में कोल्डस्टोरेज और पेट्रोल पंप भी है। मुंबई में  इत्र कंपनी का हेड ऑफिस है और वहां एक घर भी है। मिली जानकारी के अनुसार कल सुबह पीयूष जैन के घर पहुंची टीम में मुंबई के अधिकारी भी शामिल थे। कल टीम अपने साथ नोट गिनने वाली पांच मशीनें लाई थी। आज 13 मशीनों से नोटों की गिनती की जा रही है। डीजीजीआई अधिकारियों ने परिवार के लोगों से घर में पूछताछ भी की है।

मिली जानकारी के अनुसार पीयूष जैन की फैक्‍ट्री का इत्र यूपी से मुंबई जाता है। फिर देश-विदेश के बाजारों में पहुंचता है। जैन की करीब 40 कंपनियां हैं, जिसमें दो सऊदी अरब, दो देश के पूर्वी राज्यों में हैं।  

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