लेखक की कलम से

करवाचौथ …

 

करवा पूजन या करवाचौथ का व्रत

जीवन बीमा पालिसी तो नहीं है

फिर भी मैं यह व्रत रखतीं हूँ,

तुम्हारी लंबी आयु के लिए।

 

मेरा श्रृंगार, सुख, सौभाग्य तुमसे है

तुमसे मिलती है पूर्णता

मेरे जीवन, मेरे अस्तित्व को

यह व्रत करती हूँ, मैं अपनी खुशी के लिए।

 

मैं जताना चाहती हूँ, अपना प्यार

निभाना चाहती हूँ, सारे रीति-रिवाज़

इसी बहाने सहेजती हूँ, खट्टे-मीठे लम्हे

और दाम्पत्य की मधुरता हम दोनों के लिए !

 

तुलसी की पूजा और बड़ों का आशीर्वाद

ईश्वर पर अटल विश्वास है मेरा

सभी चुनौतियों और दुखों से परे

तेरा-मेरा साथ है उम्र भर के लिए!!

 

©शीतल रघुवंशी, अधिवक्ता, दिल्ली उच्च न्यायालय

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