लेखक की कलम से
अधनतेरस …
अधनतेरस पर धन बढ़े
मन का कटे क्लेश,
स्वाभिमान बना रहे,
मन में न हो कोई द्वेष।।
जग में मान सम्मान बढ़े
मन में बढ़े विश्वास,
कृपा धनवंतरी का वर्षे,
मनोकामना पूर्ण हो तेरा आज़।।
धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं
©अम्बिका झा, कांदिवली मुंबई महाराष्ट्र