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कृषि कानूनों पर किसान और सरकार चाहते हैं कि इसका कोई हल निकले : अमरिंदर सिंह…

चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसान आंदोलन को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कल केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर किसान कानूनों को लेकर चर्चा करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि- किसान और सरकार दोनों ही चाहते हैं कि कृषि कानूनों का कोई हल निकले। अमित शाह से मिलने खेतीबाड़ी और इसकी ट्रेडिंग से जुड़े लोग भी मुलाकात करने वाले हैं।

कैप्टन ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने किसी भी राजनेता को आंदोलन में शामिल न करने की बात कही है। ऐसे में वो वहां कैसे जा सकते हैं?। उन्होंने कहा कि मैंने इस बारे में किसी भी किसान नेता से बात नहीं की है।

अरूसा आलम को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि वह सही ढंग से वीजा लेकर 16 साल से भारत आ रही हैं। इतने वर्षों में किसी ने नहीं पूछा। अब चुनाव आए तो यह सवाल क्यों पूछा जा रहा है। चुनाव देख इसे मुद्दा बनाया जा रहा है। कैप्टन ने कहा कि मौजूदा डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा मेरी सरकार में मंत्री थे और अरूसा तब भी यहां आई थी। तब उन्हें यह बात क्यों याद नहीं आई।अरूसा आलम के पंजाब का पैसा लेकर जाने के सवाल पर अमरिंदर ने कहा कि विरोधी बताएं कि वह पैसा कहां ट्रांसफर हुआ। इनकम टैक्स और ED को इसके बारे में बता दें।

कैप्टन ने कहा कि वह नई पार्टी बनाएंगे। यह फैसला कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि अभी पार्टी के नाम और सिंबल को लेकर काम चल रहा है। इसलिए वह नाम नहीं बता सकते। इसके बारे में चुनाव आयोग से मंजूरी मिलने के बाद वो घोषणा करेंगे। इसके बारे में उनके वकील दिल्ली में गए हुए हैं। कैप्टन ने कहा कि वो सभी 117 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। नवजोत सिद्धू का मजबूती से मुकाबला करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि नवजोत सिद्धू के आने के बाद कांग्रेस की लोकप्रियता में गिरावट आई है।

कैप्टन ने पंजाब में BSF के अधिकार क्षेत्र बढ़ाने का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि इस फैसले से कोई राज्य पर कब्जा नहीं कर रहा। इससे संघीय ढांचे को कोई चोट नहीं लगी है। यह फैसला पंजाब के भीतर ड्रोन से हथियार और ड्रग्स की सप्लाई को रोकने के लिए है। उन्होंने पंजाब पुलिस की सराहना करते हुए इसे फर्स्ट क्लास फोर्स करार दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस को बीएसएफ की मदद की जरूरत है। खालिस्तानी और पाकिस्तानी पंजाब में स्लीपर सेल के जरिए माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। कैप्टन ने इसका विरोध करने को गैर जिम्मेदाराना रवैया करार दिया।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि 2 महीने में नई आई CM चरणजीत चन्नी की सरकार कुछ नहीं कर सकती। एक बिल्डिंग बनाने में भी 4 साल लग जाते हैं। जो काम हमने पास किए, वो वही काम कर रहे हैं। लाल लकीर में आने वाले लोगों को मालिकाना हक देने का फैसला हमने किया था। स्लम एरिया में रहने वालों को भी मालिकाना हक देने का फैसला भी मेरी सरकार का था। हम इसे पहले ही 5 जिलों में कर चुके हैं।

इस दौरान अमरिंदर साढ़े 4 साल का रिपोर्ट कार्ड दिया। उन्होंने कहा कि हमने लगभग सभी वादे पूरे किए हैं। जो रह गए, वो मार्च तक पूरे कर लेने थे। उन्होंने कहा कि जब पंजाब कांग्रेस में कलह को लेकर खड़गे कमेटी बनी तो मैंने उन्हें यह सब बताया। फिर सोनिया गांधी से मीटिंग में भी इसकी जानकारी दे दी थी। उन्होंने कहा कि हाईकमान का 18 पॉइंट का एजेंडा कोई मुद्दा ही नहीं है।

इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के बयान ने भी पार्टी की सियासी गर्मी बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह उनके मित्र थे, हैं और रहेंगे। नई पार्टी बनाने के बाद भी कैप्टन उनके मित्र रहेंगे।

सियासी सूत्रों के मुताबिक, कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब में पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस जैसा दबदबा बनाना चाहते हैं। इसलिए उनकी पार्टी के नाम में कांग्रेस शब्द हो सकता है। वह बंगाल की तरह पंजाब में भी कांग्रेस के विकल्प के तौर पर नया संगठन खड़ा करने की कोशिश करेंगे। ममता बनर्जी ने भी कांग्रेस से टूट कर अलग मजबूत संगठन खड़ा कर लिया है। यही करने की कोशिश कैप्टन कर रहे हैं।

कैप्टन अमरिंदर सिंह के नए सियासी दांव से कांग्रेस में बैचनी बरकरार है। कैप्टन के साथ कौन-कौन से कांग्रेसी जा सकते हैं, इसको लेकर पार्टी ने टकटकी लगा रखी है। कांग्रेस के सामने कैप्टन का अगला सियासी दांव और पार्टी में बगावत और टूट रोकने की दोहरी चुनौती है। इसीलिए पार्टी के दिग्गज नेता स्थिति पर नजर बनाकर रखे हुए हैं। कैप्टन ने कहा कि उनके संपर्क में कई कांग्रेसी नेता है। वक्त आने पर इसके बारे में बताएंगे।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कल देर शाम कहा कि पटियाला समेत पंजाब में दूसरी जगहों पर उनके समर्थकों को धमकाया जा रहा है। विरोधी जो भी कर लें, लेकिन वह मुझे इस तरह के घटिया राजनीतिक खेल से हरा नहीं पाएंगे। जो लोग मेरे साथ हैं, वह मेरे साथ ही रहेंगे, क्योंकि वह पंजाब में शांति और डेवलपमेंट में विश्वास करते हैं। वह इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं हैं। हम पंजाब के भविष्य के लिए लड़ाई जारी रखेंगे। अमरिंदर ने कहा कि पहले मुझ पर पर्सनल अटैक किया गया। अब समर्थकों को डराने का हथकंडा अपनाया जा रहा है। कैप्टन की प्रेस कान्फ्रेंस से पहले नवजोत सिद्धू के रणनीतिक सलाहकार मुहम्मद मुस्तफा ने तंज भरे लहजे में ट्वीट किया था। मुस्तफा पहले भी अमरिंदर को लेकर हमला बोलते रहे हैं।

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