लेखक की कलम से

कुछ अलग होली मनाएं …

आओ इस बार कुछ अलग होली मनाएं ।।।

दूसरों के बुरे व्यवहार बुरी आदतें बुरी बातें हमारे ऊपर पक्के रंग की तरह चढ़ ना पाए

पुराने चढ़े हुए रंग अब हम भूल जाए सिर्फ अपने ही रंगों की दुनिया में खो जाएं

हंस मुस्कुराए और एक बेहतरीन मन के साथ होली मनाये।।।

आने वाले जीवन का हर दिन रंगीन बनाएं।।।

होली की शुभकामनाये आपके साथ …

 

©डॉ अंशुमन जैन, होम्योपैथिक चिकित्सक व काउंसलर, बिलासपुर, छत्तीसगढ़ 

Back to top button