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उत्तराखंड में बारिश से 9 मजदूर घर में जिंदा दफन, अब तक 16 की मौत …

देहरादून । जिले के दोसा पानी में भारी बारिश के कारण पांच मजदूरों की दीवार के नीचे दबने से मौत हो गई। सभी मजदूर बिहार के चंपारण एवं उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर जिले के रहने वाले थे। प्रशासन ने सभी मजदूरों के शव बरामद कर लिए हैं। एसडीएम धारी योगेश सिंह ने बताया कि दोसा पानी के निकट एक दीवार का निर्माण कर रहे मजदूर झोपड़ी बनाकर रह रहे थे।

भारी बारिश के कारण देर रात झोपड़ी के पीछे की दीवार अचानक ढह गई जिसमें 5 मजदूरों की मौत हो गई है। एक घायल मजदूर को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। घायलों की पहचान धीरज कुमार कुशवाहा 24,  इम्तियाज 20, जुम्माराती 25 तीनो निवासी जिला पश्चिमी चंपारण बिहार के रूप में हुई है। हरेंद्र कुमार 37 व विनोद कुमार 21 निवासी मधुबनपुर, अम्बेडकरनगर उत्तरप्रदेश के रूप में हुई है। घायल काशीराम 20 निवासी थाना राठी पश्चिम चम्पारण अस्प्ताल में भर्ती है।

उत्तराखंड के पहाड़ों में पिछले चौबीस घंटे से लगातार हो रही बारिश अब काल बन गई है। नैनीताल जिले के पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश के बाद आई आपदा में नौ मजदूर एक ही घर में जिंदा दफन हो गए, जबकि दीवार ढहने से पांच मजदूरों की दर्दनाक मौत हुई है और दो लोग पहाड़ी से मलबा गिरने से मर गए। एक अन्य घटना में घर में मलबा आने से 10 लोगों के मरने की सूचना है। हालांकि रेस्क्यू टीम के घटनास्थल पहुंचने पर ही मरने वालों की सही संख्या पता चल पाएगी। आपदा की सूचना मिलते ही प्रशासन की ओर से राहत व बचाव का कार्य शुरू कर दिया गया है।

जिले में लगातार हो रही बारिश की वजह से रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया सुनका ग्रामसभा में नौ मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए हैं। ये सभी मोटर मार्ग के निर्माण कार्य में लगे हुए थे। शाम को पास में ही एक मकान में रह रहे इन मजदूरों के ऊपर 24 घन्टे से हो रही बारिश के कारण मलबा आ गया था, जिसके बाद नौ मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि एक मजदूर की हालत गंभीर बताई जा रही है।

सड़क बंद होने के कारण मजदूरों के शव नहीं निकाले जा सके हैं। सभी मजदूर उत्तरप्रदेश और बिहार के रहने वाले हैं। वहीं, जिले के दोषापानी में भी भूस्खलन के कारण 3 ग्रामीणों की मौत हो गयी है। इसके अलावा मलबा आने से क्वारब में भी 2 मजदूरों की मौत हो गयी है। सभी जगह पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा राहत बचाव कार्य किया जा रहा है लेकिन खराब मौसम से काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। लोग घरों से बाहर शवो को बाहर निकालने की मशक्कत में जुटे हैं। ग्राम प्रधान सुरेश मेर ने बताया कि मकान के अंदर मलबा घुसने से 9 मजदूर जिंदा दफन हो गए हैं। वह पिछले 25 दिनों से सड़क निर्माण का कार्य कर रहे थे।

 

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