छत्तीसगढ़रायपुर

महिला स्व सहायता समूहों ने महज 5 घंटे में किया 2 लाख रुपये से अधिक का व्यापार ….

रायपुर । जिला स्तरीय छत्तीसगढ़ राज्योत्सव के  दिन गौठानों में संचालित महिला स्व सहायता समूहों के द्वारा बनाएं गए उत्पादों लोगों को खूब पसंद आया। महज 5 घंटों के भीतर 10 महिला स्व सहायता समूहों ने लगभग 2 लाख रुपये से अधिक का व्यापार किया है। विभिन्न महिला समूहों ने अपने उत्पादों को स्टॉल में विक्रय हेतु प्रदर्शित किया था। जिसे आम लोग एवं जनप्रतिनिधियों ने हाथों हाथ ही खरीद लिया। चक्रपाणि स्कूल स्थित मैदान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान शाम 5 बजें दुकानों को खोला गया एवं रात 9 बजें तक सभी उत्पादों की बिक्री हो गयी थी।

जिला पंचायत सीईओ डॉ फरिहा आलम सिद्की ने आज जानकारी देतें हुए बताया कि विकासखंड सिमगा के 3,बिलाईगढ़ 4 पलारी 1,भाटापारा 1 एवं कसडोल 1 महिला स्व सहायता समूह शामिल थे। जिसमें सिमगा अंतर्गत एकता महिला स्व सहायता समूह नवापारा ने 25 हजार 1 सौ रुपये एवं जय माँ दुर्गा स्व सहायता समूह मटिया ने 35 हजार के गोबर के दिए बेचे है। उसी तरह रानी लक्ष्मी बाई महिला स्व सहायता समुह हिरमी ने मिट्टी,बांस एवं जूट के बने 15 हजार उत्पाद बेचे है। बिलाईगढ़ अंतर्गत निशा समूह बेलटिकरी ने 15 हजार रूपये के अगरबत्ती, नई किरण समहू गिरवानी ने गोबर का दिया 25 हजार 3 सौ रूपये,सरस्वती समूह कोट ने बैग 15 हजार 2 सौ रुपये एवं प्रिय दुर्गा समूह गिरवानी ने 12 हजार 6 सौ के निरमा बेचे है।

पलारी के अंतर्गत सहारा महिला स्व सहायता समूह टीला ने गोबर का दिया, धूप एवं मूर्तियों का 15 हजार रुपये, महतारी महिला स्व सहायता समूह गुड़ेलिया ने मिट्टी के दिए 31 हजार एवं अटल चौक महिला स्व सहायता समूह मटिया ने 12 हजार रुपये का अगरबत्ती बेचे है। इस तरह कुल 2 लाख 12 सौ रुपये के उत्पाद बेचे गये है। महिला स्व सहायता समूह के सदस्य अपने उत्पादों की बिक्री से बेहद खुश है। सहारा महिला स्व सहायता समूह की अध्यक्ष अरुणा यादव ने बताया कि दीपावली के पहले इस तरह कार्यक्रम के आयोजन से हमारे उत्पाद बड़ी सँख्या में लोगों को पसंद आयी है। इन उत्पादों की बिक्री से हमें अतिरिक्त आमदनी हुई है।

गौरतलब है कि जिला प्रशासन ने इन उत्पादों को एक रूपता प्रदान करनें के लिए महानदी वनिता के नाम से ब्रांडिंग की गयी है। साथ ही एक महानदी वनिता के नाम से आउटलेट जिला मुख्यालय स्थित बुनियादी स्कूल के पास बनाया गया है। जिसका संचालन शीघ्र ही प्रारंभ होने वाला है। जहाँ पर जिलें के गौठानों एवं महिला स्व सहायता समूहों के द्वारा उत्पादों का विक्रय किया जाएगा। आने वाले समय मे इन दुकानों का विस्तार सभी विकासखंड मुख्यालयों तक किए जाने का लक्ष्य निर्धारित है। इसके साथ ही वर्तमान में जिलें के चयनित गौठानों के चयनित महिला स्व सहायता समूहों को जिला पंचायत के द्वारा प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बढ़ाने की दिशा में आगें कदम बढ़ाया गया है।

गढ़ कलेवा में 40 हजार रुपये की बिक्री राज्योत्सव के दौरान गढ़ कलेवा के स्टॉल में लोगों ने ठेठरी, फरा,चीला और बड़ा चाव से स्वाद लिए है। महज 5 घन्टे में 40 हजार रुपये से अधिक की बिक्री गढ़ कलेवा के संचालन ने किया है। गढ़ कलेवा के संचालन करने वाले जन मानव दिव्यांग कल्याण स्व सहायता समूह के अध्यक्ष पूरन लाल कुर्रे ने बताया की वह 40 हजार से अधिक रुपये का समान बेचा है। जिससे मुझें करीब 12 से 15 हजार रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ है।

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