लखनऊ/उत्तरप्रदेश

UP Police ने Paper Leak के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा गिरफ्तार, कई बार पहले भी जा चुका है जेल

लखनऊ

उत्तर प्रदेश पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक (UP Police Paper Leak) मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. यूपी एसटीएफ (UP STF) की नोएडा यूनिट ने पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी राजीव नयन मिश्रा को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि राजीव नयन मिश्रा पहले भी कई बड़े एग्जाम के पेपर लीक करवा चुका है और जेल भी जा चुका है. यूपी पुलिस और STF कई दिनों से उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थी.

बता दें की यूपी पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में तकरीबन 48 लाख नौजवानों ने किस्मत अजमाई थी लेकिन पेपर लीक की वजह से एग्जाम कैंसिल करना पड़ा था. सिपाही भर्ती रद्द होने के बाद से ही पुलिस पेपर लीक के आरोपियों की धरपकड़ में जुटी हुई है. मामले में 300 से ज्यादा आरोपी पकड़े जा चुके हैं.

कैसे हुआ था पेपर लीक?

जानकारी के मुताबिक, सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक प्रिंटिंग प्रेस के जरिए हुआ था. जैसे ही पेपर प्रिंटिंग प्रेस से निकला और इसे ट्रांसपोर्ट करवाने वाली कंपनी के पास पहुंची, तभी ये लीक करवा दिया गया. पेपर लीक करवाने के लिए पूरी योजना पहले से बनाई गई थी.

60 हजार पदों पर निकाली गई थी ये भर्तियां

गौरतलब है कि बीते 17-18 फरवरी के दिन उत्तर प्रदेश में सिपाही भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी. 60 हजार से अधिक पदों पर ये भर्तियां निकाली गई थीं. बड़े स्तर पर यूपी के कई जिलों में परीक्षा आयोजित हुई थीं. इन्हें देने के लिए सिर्फ यूपी ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और बिहार तक से युवा आए थे. मगर सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर पहले से ही लीक हो गया था.

सोशल मीडिया पर इसको लेकर कई वीडियो और फोटो वायरल हो रहे थे. इसके बाद सिपाही भर्ती बोर्ड ने मामले की जांच की थी. जिसके बाद यूपी सरकार ने सिपाही भर्ती परीक्षा को रद्द कर दिया था और मामले की जांच UP STF को सौंपी थी. पेपर लीक होने के बाद पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड की DG रेणुका मिश्रा को भी पद से हटाया गया था.

हाल ही में यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया था कि राजीव नयन पहले भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक कर चुका है. उसका नाम हाल ही में आयोजित आरओ/ एआरओ परीक्षा का पेपर लीक करने में भी आया है. डीजीपी ने बताया कि सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में अब तक 396 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें से 54 को यूपी एसटीएफ ने पकड़ा है.

 

Back to top button