राजस्थान

लूट मामले में तीन आरोपी गिरफ्तार, एक नाबालिग निरूद्ध

सिरोही.

सिरोही जिले की सरूपगंज पुलिस द्वारा पांच दिन पहले मांडवाडा खालसा गोलाई से पहले पुलिया के पास लाठी एवं लोहे की चेन से मारपीट कर 16 हजार रुपये की नकदी, बाइक और मोबाइल लूट की वारदात का पर्दाफाश कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में एक नाबालिग को भी संरक्षण में लिया गया है।

पुलिस के अनुसार, इस मामले में सरूपगंज थानाधिकारी कमल सिंह की अगुवाई में टीम द्वारा गुईयाफली, मोरस, पुलिस थाना पिंड़वाड़ा, जिला सिरोही, हाल पीपली वाडा ओडा, मांडवाडा खालसा, पुलिस थाना सरूपगंज, जिला सिरोही निवासी मगनलाल पुत्र रमेश गरासिया, पीपली वाडा, ओडा मांडवाडा खालसा, पुलिस थाना सरूपगंज, जिला सिरोही निवासी गणेशराम पुत्र चौलाजी गरासिया एवं पीपली वाडा, ओडा, माण्डवाडा खालसा, पुलिस थाना सरूपगंज, जिला सिरोही निवासी ताराराम पुत्र धनाजी गरासिया को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से लाठी एवं लोहे की चेन से मारपीट कर लूटे गए 16 हजार रुपये की नकदी, बाइक और मोबाइल भी बरामद कर लिया गया है। कार्रवाई में सरूपगंज थाना के सहायक उपनिरीक्षक कैलाश चन्द्र, हेड कांस्टेबल लक्ष्मणराम, हनुमान सिंह, कांस्टेबल वागाराम एवं गोपीलाल सम्मिलित रहे।
आरोपियों ने 10 मार्च को दिया था वारदात को अंजाम
पुलिस के अनुसार, इस मामले में थावराराम ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि वह तथा उसका कुटुंबी भाई थावराराम सिलदर में माइन्स पर मजदूरी करते हैं। गत 10 मार्च 2024 को वह तथा उसका कुटुंबी भाई थावराराम उसकी बाइक से शाम के समय सिलदर से घर जाने के लिए रवाना हुए थे। बाइक वह स्वयं चला रहा था, थावराराम उसके पीछे बैठा हुआ था। वे बाइक लेकर शाम करीब 7.30 बजे मांडवाडा खालसा गोलाई से पहले पुलिये के पास पहुंचे की चार व्यक्ति वहां पर खड़े थे। उन्होंने रास्ते जाते हुए को रोककर उसके व थावराराम के साथ लाठी व लोहे की चेन से मारपीट की।
तब थावराराम मारपीट के डर से मौके से जान बचाकर भाग गया। इन आरोपियों ने उसके पैंट के पीछे वाले जेब से 16,000 रुपये नकद एवं उसके पास से एक सैमसंग ए 05 कंपनी का मोबाइल लूट कर ले लिया। इसके बाद उसके साथ मारपीट कर उसकी बाइक भी लूटकर ले गए। मामला दर्ज कर पुलिस की टीम द्वारा मुखबिरान व तकनीकी स्त्रोत से प्राप्त सूचनाओं का गहनता से विश्लेषण कर आरोपियों को नामजद किया गया। इसके बाद इन्हें दस्तयाब कर पूछताछ की गई तो वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया गया।

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