लेट्रीन खोली में रखा खाना खिलाड़ियों को खिलाया, पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ का ठहराया जिम्मेदार …
लखनऊ। सहारानपुर में स्टेट लेवल सब जूनियर बालिका कबड्डी प्रतियोगिता के दौरान स्पोर्ट्स स्टेडियम में खिलाड़ियों को लेट्रीन खोली में रखकर खराब गुणवत्ता वाला खाना परोसा गया। मामले में शासन ने क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी (आरएसओ) अनिमेष सक्सेना को सस्पेंड कर दिया है। इसके साथ ही ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है। शासन ने डीएम अखिलेश सिंह को पूरे मामले की जांच का जिम्मा दिया गया है। माना जा रहा है कि इस मामले में कई अन्य अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है।
इस बीच यह प्रकरण लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा के सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि ये असमर्थ सरकार है। सरकार कोई इंतजाम नहीं कर पा रही है इसकी वजह से खिलाड़ियों और मरीजों को इस तरह का सामना करना पड़ रहा है। उधर, केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि कॉन्ट्रैक्टर और अधिकारी के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश और कांन्ट्रेक्टर को ब्लैक लिस्ट करने के लिए कहा है। पिछले वर्षों में खेलों की सुविधाओं को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि खेल संस्थानों में खिलाड़ियों को किसी भी 5 सितारा होटल के बराबर आहार मिलता है। यूपी के खेल मंत्री गिरीश यादव ने भी कहा कि शिकायत आते ही खेल अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है और जांच के आदेश दिए गए हैं।
सहारनपुर के स्पोर्ट्स स्टेडियम में 16 सितंबर से सब जूनियर बालिका कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इस प्रतियोगिता में प्रदेश के 16 मंडल और आगरा के खेल हास्टल की बालिकाओं ने भाग लिया था। प्रतियोगिता के पहले दिन छात्राओं को दोपहर में दिए गए भोजन की खराब गुणवत्ता और कथित तौर पर उसे शौचालय में रखे जाने का वीडियो वायरल हो गया। बताया जा रहा है कि यह वीडियो प्रतियोगिता में शामिल किसी खिलाड़ी ने ही बनाया था। मामले को गंभीरता से लेते हुए अपर मुख्य सचिव (खेल) नवनीत सहगल ने आरएसओ अवनीश सक्सेना को सस्पेंड कर दिया। उधर, सहारनपुर के सिटी मजिस्ट्रेट एपी सिंह ने भी स्टेडियम का निरीक्षण कर अधिकारियों से मामले में पूछताछ की। उन्होंने अधिकारियों से मामले में अपना स्पष्टीकरण देने को कहा है।
आरोप है कि खाने (चावल और पूड़ी) को शौचालय में रख दिया गया था। खिलाड़ियों को परोसे गए खाने की गुणवत्ता अत्यंत खराब थी। चावल तक अधपके थे। खिलाड़ियों को भोजन के लिए काफी देर तक कतार में इंतजार भी कराया गया। इस पर डीएम अखिलेश सिंह ने कड़े तेवर अख्तियार दिखाते हुए आरोपों की जांच एडीएम वित्त एवं राजस्व रजनीश कुमार मिश्र को सौंप दी। उन्हें तीन दिन के भीतर डीएम को रिपोर्ट देनी होगी।
डीएम अखिलेश सिंह ने निर्देश दिया है कि जांच के लिए प्रतियोगिता में भाग लेने वाली खिलाड़ियों के मोबाइल नंबर पर सम्पर्क कर उनसे बात की जाए। इसके साथ ही वीडियो आदि की क्लीपिंग उपलब्ध कराते हुए अन्य साक्ष्यों का भी संज्ञान लेते हुए अविलंब आख्या दी जाए।
अपर मुख्य सचिव खेल डा. नवनीत सहगल ने बताया कि खाना बनाने और खिलाड़ियों को उपलब्ध कराने वाले ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट करते हुए भविष्य में काम न देने की सख्त चेतावनी दी गई है। साथ ही क्षेत्रीय क्रीडा अधिकारी के अधीनस्थ इस कार्यक्रम में खाना परोसने का काम करने वाले विभागीय कर्मियों को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश निदेशक खेल को दिए गया है। इसके अतिरिक्त उन्होंने प्रदेश के सभी क्षेत्रीय क्रीडा अधिकारियों को सख्त चेतावनी दी है कि खिलाड़ियों को सुविधा देने में किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।