मध्य प्रदेश

आतंकी संगठनों की सक्रियता ने बढ़ायी सुरक्षा एजेंसियों की चिंता, पीएफआई पर बैन के बाद पुलिस सतर्क, त्योहार पर अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात ….

भोपाल. मध्यप्रदेश में पहले सिमी फिर जेएमबी और अब पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की घुसपैठ ने सुरक्षा एजेंसियों के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है. एमपी में सुरक्षा को लेकर लगातार खतरा बना हुआ है. पीएफआई पर प्रतिबंध के बाद इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर त्योहारों की सुरक्षा पहले से ज्यादा बढ़ाई गई है. पुलिस मुख्यालय ने भी दिशा निर्देश जारी कर सभी जिलों के एसपी को अतिरिक्त सतर्कता और सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम करने के लिए कहा गया है.

पुलिस मुख्यालय द्वारा भोपाल ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में पुलिस अफसरों को सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के साथ सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. इंटेलिजेंस इनपुट मिलने के बाद पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर त्योहारों की सुरक्षा में काफी इजाफा किया गया है. आतंकी संगठनों की गतिविधियों पर इंटेलिजेंस की नजर है. इंटेलिजेंस डीसीपी विजय भागवानी ने कहा- भोपाल में पिछले साल की तुलना में इस साल त्योहारों पर ढाई गुना ज्यादा फोर्स तैनात किया गया है. हर संवेदनशील इलाकों पर पुलिस की पैनी नजर है. पुलिस हेड क्वार्टर से आरएएफ, क्यूआरएफ, एसटीएफ, एसएएफ की बटालियन भेजी गयी हैं. ड्रोन, सीसीटीवी सर्विलांस से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जाएगी.

राजधानी भोपाल में पहले त्योहारों के समय करीब 1000 का फोर्स तैनात किया जाता था. लेकिन इस साल त्योहारों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था और इंटेलिजेंस इनपुट के बाद ढाई गुना फोर्स की तैनाती की गई है. भोपाल पुलिस कमिश्नर मकरंद देउस्कर ने जानकारी दी कि दुर्गा मूर्ति विसर्जन, चल समारोह, दशहरे को लेकर सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिया है. विसर्जन स्थल पर पर्याप्त पुलिस फोर्स तैनात किया गया है. पानी के अंदर उतरकर मूर्ति विसर्जन किसी को नहीं करने दिया जाएगा. विसर्जन और चल समारोह को लेकर रूट का डायवर्सन भी किया गया है. इसी तरह दीपावली पर्व को लेकर भी पुलिस मुख्यालय ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं.

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