देश

सुमन कल्याणपुर जिन्हें पद्म पुरस्कार से सम्मानित किए जाने की घोषणा इस गणतंत्र दिवस में की गई है …

मुंबई। भारत में सबसे प्रसिद्ध और सबसे सन्मानित पार्श्व गायिकाओं में से एक हैं । सुमन की आवाज को अक्सर लता मंगेशकर की आवाज समझ लिया जाता था। सुमन का करियर 1954 में शुरू हुआ और 1960 और 1970 के दशक में सुमन बहुत लोकप्रिय गायिका थे।

सुमन ने मराठी और हिन्दी के अलावा असमिया, गुजराती, कन्नड, भोजपुरी, राजस्थानी, बंगाली, उडिया और पंजाबी में भी गीत गाएं हैं। इतना सुंदर आवाज होने के बावजूद भी सुमन का दुर्भाग्य ये था की उन्हें कभी कोई राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार या फिल्म फेअर पुरस्कार से नवाजा नहीं गया।

लेकिन फिर भी उन्हें अपने प्राईम टाईम के लोकप्रिय गायकों में एक माना जाता है। सुमन के गाएँ पुराने जमाने के गीत आज भी काफी मशहूर है…

‘न तुम हमें जानो,’ ‘मेरे महबूब न जा,’ जो हम पे गूजरती हैं, ‘आजकल तेरे मेरे प्यार के चर्चे’, ‘तुमसे ओ हसीना कभी’, ‘अखियों का नूर हैं तू’, ‘अगर तेरा जलवा नुमाई न होता’, ‘मेरा प्यार भी तू है’ जैसे कइ यादगार गीत सुमन ने गाएं है…

74 वें गणतंत्र दिवस के पूव॔ संध्या पर देश के सर्वोच्च पुरस्कार ‘पद्म पुरस्कार’ का ऐलान किया गया इनमें सुमन कल्याणपुर का नाम भी शामिल हैं । सुमन को साहित्य के श्रेत्र में विशेष योगदान के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।

Back to top button