फिल्म जगतदुनियादेशनई दिल्ली

हत्यारा लवलेश तिवारी का साथी शूटर ठाकुर सनी सिंह ने SIT के सामने खोले कई राज, बताया 2 साल पहले किसने दी थी पिस्टल, तीसरा साथी अरुण मौर्य से पूछताछ जारी …

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में रिमांड में मुख्य आरोपी ठाकुर सनी सिंह ने किया बड़ा खुलासा किया है. एसआईटी के सामने शूटर ठाकुर सनी सिंह ने कई राज खोले हैं. उसने बताया कि दो साल पहले तुर्की की पिस्टल जितेंद्र गोगी ने दी थी.

ठाकुर सनी सिंह ने कहा कि दो साल पहले टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के लिए जितेंद्र गोगी ने पिस्टल दी थी. टिल्लू की हत्या के पहले जितेंद्र गोगी की हत्या हो गई. ठाकुर सनी सिंह ने बताया कि असद के वायरल वीडियो से वह प्रभावित हुआ था. ठाकुर सनी सिंह ने ही शूटर लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य से संपर्क किया था.

विशेष जांच दल (एसआईटी) की जांच से इतना तो साफ हुआ कि शूटरों को दो लोगों ने मदद पहुंचाई. इनमें से एक स्थानीय मददगार है, एक बाहरी. यही वह लोग हैं, जो अतीक-अशरफ हत्याकांड के मास्टरमाइंड से फोन पर बात करते थे. ऊपर से जो आदेश आता था, इन्हें बताया जाता था.

इसी कारण तीनों शूटरों ने कोई मोबाइल फोन भी इस्तेमाल नहीं किया था. इनके होटल से जो फोन मिले भी, उनमें सिम हत्यारों ने पहले ही निकाल दिए थे. एसआईटी इन मददगारों के चेहरे अभी तक बेनकाब नहीं कर पाई है. 13 अप्रैल की नाइट शिफ्ट में रहे होटल स्टे-इन के प्रबंधक ठाकुर अखिलेश सिंह ने शूटरों के बारे में पुलिस को अहम जानकारियां दी हैं.

उन्होंने बताया है कि हत्या के समय अतीक पर विदेशी पिस्टल से गोलियों की बौछार करने वाले पंडित लवलेश तिवारी के गले में एनसीआर न्यूज का पहचान पत्र लटका हुआ था. उसके सहयोगी शूटरों ठाकुर सनी सिंह और अरुण मौर्य के भी गले में पहचान पत्र की डोरी लटक रही थी. उनके पास इस न्यूज चैनल की माइक आईडी और कैमरा भी था, जो घटना स्थल पर टूट कर गिरा पाया गया.

हालांकि, घटना के पहले तीन दिन तक होटल में ठहरने के दौरान इनके पास न कैमरा था, न माइक आईडी. होटल में आते-जाते किसी तरह का पहचान पत्र भी लटकाकर नहीं निकले. होटल प्रबंधक का कहना है कि बुकिंग के समय उन तीनों के बीच सिर्फ एक छोटा-सा पिट्ठू बैग था. हत्या के समय के वायरल वीडियो में अरुण मौर्य की पीठ पर भी एक छोटा बैग नजर आता है.

Back to top button