नई दिल्ली

शिंदे कैबिनेट महिला विरोधी, एक भी महिला नहीं दी जगह, उद्धव गुट हमलावर, कहा- यह सेकंड क्लास सिटीजन जैसा बर्ताव …

मुंबई। महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार के कैबिनेट विस्तार को लेकर फंसती नजर आ रही है। इससे बीजेपी व शिंदे गुट का महिला विरोधी चेहरा उजागर होने की बात विपक्षी दल कर रहे हैं। वहीं उद्धव ठाकरे गुट हमलावर है। 20 सदस्यों की कैबिनेट में एक भी महिला न होने पर शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करके इस मामले पर भाजपा की महिला नेताओं की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं।

प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, ‘समझ नहीं आता कि आखिर क्यों भाजपा की महिला नेता को इस पर आपत्ति नहीं है कि पार्टी में उन्हें समान अधिकार नहीं मिल रहा और उनके साथ सेकंड क्लास सिटीजन की तरह बर्ताव हो रहा है। आखिर मंत्री जी कहां हैं और अब इस पर चुप क्यों है?’ माना जा रहा है कि यहां उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी की ओर इशारा किया।

राज्यसभा सांसद ने कहा कि बीजेपी में केवल शब्दों के जरिए ही महिला सशक्तिकरण हो रहा है, ऐक्शन से नहीं। चतुर्वेदी ने महाराष्ट्र सरकार पर मुंबई के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि शहर के केवल एक विधायक को कैबिनेट में शामिल किया गया है। यह देखकर दुख हुआ।

प्रियंका चतुर्वेदी ने एक अन्य ट्वीट में तंज कसते हुए कहा कि ‘शिवसेना के साथ धोखा करने के बाद भी जो लोग मंत्री नहीं बन पाए, उनके दर्द को भी समझना चाहिए। ऐसे लोगों का नाम लेकर उन्हें शर्मिंदा नहीं करना चाहती हूं।’ इतना ही नहीं, प्रियंका ने शिंदे कैबिनेट के शपथ ग्रहण की तस्वीर को पहेली के तौर पर पेश किया और चुटकी लेते हुए कहा कि इस डायस में किसी महिला को ढूंढकर दिखाएं।

बता दें कि भाजपा की ओर से मंत्रिमंडल में शामिल सदस्यों में राधाकृष्ण विखे पाटिल, सुधीर मुन्गंतीवार, चंद्रकांत पाटिल, विजयकुमार गावित, गिरीश महाजन, सुरेश खडे, रवींद्र चह्वाण, अतुल सावे और मंगलप्रभात लोढा शामिल हैं। वहीं, शिंदे गुट से मंत्री पद की शपथ लेने वाले सदस्यों में गुलाबराव पाटिल, दादा भुसे, संजय राठौड़, संदीप भुमरे, उदय सामंत, तानाजी सावंत, अब्दुल सत्तार, दीपक केसरकर और शंभुराज देसाई शामिल हैं।

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