राजस्थान

Rajasthan Weather Today: पश्चिमी विक्षोभ के असर से बादल छाए रहने का अनुमान

जयपुर.

राजस्थान में घने कोहरे और कड़ाके की सर्दी के बीच एक बार फिर से मौसम में बदलाव देखने को मिला है. पिछले 24 घंटों के दौरान झालावाड़, बांसवाड़ा, बारां, जिलों के अलग- अलग इलाकों में हल्की बारिश दर्ज की गई है. झालावाड़ के अकलेरा में सबसे ज्यादा 32 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. मौसम केंद्र जयपुर के मुताबिक आज 2 दिसंबर को दक्षिणी हरियाणा व आसपास को क्षेत्रों के ऊपर वायुमंडल के मध्य स्तरों में पश्चिमी विक्षोभ परिसंचरण तंत्र बना हुआ है. इसके साथ ही आज उदयपुर व कोटा संभाग के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी.

मौसम विभाग ने 3 और 4 दिसंबर को एक और पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पूर्वी राजस्थान के कोटा, उदयपुर, अजमेर, जयपुर व भरतपुर संभाग के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है. इसके साथ ही अधिकांश इलाकों में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. शुक्रवार को हुई बारिश की वजह से कई जिलों के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. राज्य में सबसे कम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस माउंट आबू में दर्ज किया गया है.

सर्दी और कोहरा बढ़ने के आसार
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक उदयपुर- मेवाड़ सहित राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में पिछले 7 दिनों से मौसम मे हो रहे बदलाव की वजह से सर्दी और कोहरा बढ़ने की संभावना तेज हो गई है. आगामी 3 और 4 दिसंबर को अरब सागर एवं पश्चिमी विक्षोभ के कारण आने वाली नमी से बादल बनेंगे. इसकी वजह से हल्की बूंदाबांदी हो सकती है. मौसम के लगातार बदलते रूप के कारण ठिठुरन भी बढ़ेगी.

फसलों को होगा फायदा
शुक्रवार को राजस्थान के कई जिलों में चले मावठ के दौर से किसानों को फायदा होने की उम्मीद जताई जा रही है. कृषि विशेषज्ञों के मुताबिक मावठ रबी की फसलों के लिए वरदान साबित हो सकती है. वहीं किसानों के मुताबिक मावठ से अरहर, चना, सरसों और गेहूं को लाभ होगा तो अफीम की फसल को नुकसान हो सकता है. बारिश के कारण राज्य के कई हिस्सों में बिजिबिलिटी भी कम हुई है. शुक्रवार को कोटा में मात्र 700 मीटर बिजिबिलिटी रही है.

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