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मार्च महीने में हिमाचल में बारिश-बर्फबारी ने बढ़ाई टेंशन, कई सड़कें बंद

कुल्लू
 हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी ने जमकर कहर बरपाया है। हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में हिमस्खलन से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। प्रदेश की कई सड़कें अवरुद्ध हैं और कई क्षेत्रों में बिजली गुल है। शिमला के मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, कुल्लू, शिमला, चंबा, मंडी, किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों सहित राज्य के ऊपरी क्षेत्रों में कुछ इंच से लेकर 2-3 फीट तक भारी बर्फबारी हुई है। इसके कारण राज्य भर में 500 से अधिक सड़कें बंद हो गई हैं।

अधिकारियों ने बताया कि लाहौल-स्पीति में जसरत गांव के पास दारा झरने पर हिमस्खलन के बाद चिनाब नदी का प्रवाह बाधित हो गया, जबकि जिले में पिछले 24 घंटों में भारी बर्फबारी हुई है। लाहौल-स्पीति के पुलिस अधीक्षक (एसपी) मयंक चौधरी ने कहा कि जोबरंग, रापी, जसरत, तरंद और थरोट के आसपास के गांवों के निवासियों को सतर्क रहने और आपात स्थिति में निकटतम पुलिस चौकी को सूचित करने की सलाह दी गई है। लाहौल उपसंभाग के तांदी पुल पर हिमस्खलन में कुछ दुकानें दब गईं। लाहौल-स्पीति में राशेल गांव के सेली नाला, जोबरंग में फल्दी नाला, लोहनी में चो वीर मोड़ और उदयपुर गांव के पास तथा नाला में हिमस्खलन की कई घटनाएं हुईं।

किन्नौर के सांगला में भी हिमस्खलन
अधिकारियों ने बताया कि किन्नौर जिले के सांगला में करछम हेलीपैड के पास भी हिमस्खलन की सूचना मिली है।राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, पांच राजमार्गों समेत 500 सड़कों पर यातायात बंद है। लाहौल-स्पीति में अधिकतम 290 सड़कें, किन्नौर में 75, चंबा में 72, शिमला में 35, कुल्लू में 18, मंडी में 16, कांगड़ा और सिरमौर जिलों में एक-एक सड़क बंद है।

बर्फबारी की भविष्यवाणीमौसम विभाग ने हिमाचल के मध्य और निचले पहाड़ों में लगातार दूसरे दिन मध्यम से भारी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। राज्य में दर्ज की गई कुल वर्षा 42.2 मिमी है, जो इस समय वर्ष के औसत 4 मिमी से काफी अधिक है। मौसम विभाग ने सोमवार को भी निचली और मध्य पहाड़ियों में बारिश और ऊंची पहाड़ियों में बर्फबारी की भविष्यवाणी की है।

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