लखनऊ/उत्तरप्रदेश

पुलिसकर्मियों ने युवक को लगाया बिजली का करंट, हालत गंभीर, उत्तर प्रदेश में खाकी फिर हुई शर्मसार ….

प्रतापगढ़. देल्हूपुर थाना क्षेत्र के पुरैला के रहने वाले मो. मोहसिन ने पुलिस को दिए गए शिकायती आवेदन में बताया कि 10 मई को शाम 6 बजे उसका भाई मो. दानिश उर्फ कैफ छितपालगढ़ बाजार से अपने घर पुरैला जा रहा था. इसी बीच बरसण्डा पुल के पास देल्हूपुर थाने के दरोगा रामानुज यादव व अन्य दो पुलिसकर्मी वाहन चेकिंग कर रहे थे. इस दौरान दानिश बाइक से जा रहा था, जिसे दरोगा ने रोक लिया और ड्राइविंग लाइसेंस दिखाने की बात कही. लेकिन दानिश ने ड्राइविंग लाइसेंस न होने की बात कही और गलती मानते हुए दोबारा गाड़ी लेकर नहीं निकलने की बात कही. लेकिन दरोगा रामानुज बिना बात किए हुए मां-बहन की गाली देते हुए मारने लगे. जिसके बाद दानिश को थाने लेकर गए. थाने में भी उसके साथ मारपीट की और बिजली का करंट लगा दिया. जिससे वह बेहोश होकर गिर गया.

जनपद प्रतापगढ़ में पुलिसिया कार्यशैली से एक बार फिर खाकी शर्मसार हुई है. यहां वाहन चेंकिंग के दौरान ड्राइविंग लाइसेंस न मिलने पर युवक दारोगा और दो सिपाहियों ने जमकर पिटाई कर दी. इतना ही नहीं, पिटाई के बाद पुलिस चौकी ले गई. जहां से उसे जाकर थर्ड डिग्री दी गई. उसे बिजली का करंट लगाया गया. इतना सब कुछ करने के बाद भी दारोगा का मन नहीं माना तो थाने से दूर पुल के नीचे हाथ में अवैध तमंचा पकड़ाकर उसका एनकाउंटर करने जा रही थी कि कुछ लोग मौके पर पहुंच गए. जिसके बाद पुलिस उसे थाने लेकर वापस आ गई. ऐसा आरोप प्रयागराज में गंभीर हालत में भर्ती पीड़ित युवक ने लगाया है.

मोहसिन ने बताया कि पुलिस की मारपीट से दानिश गंभीर रूप से घायल हो गया. जिसके बाद पुलिस ने उसे इलाज के लिए मऊआईमा अस्पताल लेकर गई. जहां से डॉक्टरों ने हालत गंभीर देखते हुए प्रयागराज रेफर कर दिया. जहां उसकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है. वहीं मामले में पीड़ित युवक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने उप निरीक्षक रामानुज यादव समेत अन्य दो अज्ञात पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. IPC की धारा गैर इरादतन हत्या के प्रयास 308 समेत 323 व 504 के तहत जिस थाने में तैनाती है, वहीं उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है.

जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहा पीड़ित दानिश ने बताया कि मैं जा रहा था, इसी दौरान पुलिसकर्मियों ने मेरी गाड़ी पकड़ी और चालान करने की बात कही. जिसके बाद मैंने पूछा कि किस आधार पर चालान करेंगे. जिसके बाद गाली-गलौज करते हुए पुलिसकर्मी हर्षवर्धन और रामानुज यादव मारने लगे और मुझे चौकी ले गए. जहां एक खंभे के पास बिजली का करंट लगाया. जिसके बाद मैं बेहोश होकर गिर गया. होश में आने के बाद मुझे बरसण्डा पुल के नीचे ले गए जहां कट्टा पकड़ाकर गोली मारने जा रहे थे. इसी दौरान तीन लोग वहां पहुंच गए, जिसके बाद हमें देल्हूपुर थाना लेकर चले आए. जहां फिर बेहोश हो गया.

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