मध्य प्रदेश

एमपी में लगातार तेज बारिश से नर्मदा, चंबल, बेतवा, शिप्रा उफान पर, रायसेन में 7 इंच बारिश, पेट्रोलपंप डूबा; भोपाल में रातभर बरसात …

भोपाल। इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में भी रुक-रुककर बारिश हो रही है। अशोकनगर में बेतवा पर बने राजघाट बांध के सभी 18 गेट खोले गए हैं। मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश को जोड़ने वाले रास्ते पर 8 फीट पानी है। रोड पर ट्रैफिक रोक दिया गया है। प्रदेश में 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश रायसेन में 7 इंच रिकॉर्ड हुई। रायसेन की निचली बस्तियों में पानी भर गया, एक पेट्रोल पंप डूब गया। मंदसौर में शिवना नदी उफनाने से पशुपतिनाथ मंदिर में पानी आ गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के सभी कलेक्टर्स से बांधों के जलस्तर की जानकारी ली है। सीएम ने नर्मदापुरम, इंदौर, भोपाल, जबलपुर कमिश्नर के साथ ही सभी कलेक्टरों से बात करके बारिश से प्रभावित इलाकों की निगरानी करने और सुरक्षा संबंधी ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं।

मध्यप्रदेश में लगातार हो रही तेज बारिश से नर्मदा, चंबल, बेतवा, ताप्ती, शिप्रा सहित छोटी नदियां और नाले उफान पर हैं। कई बांधों के गेट खोलने पड़ गए हैं। भोपाल में दो दिन से लगातार बारिश के कारण कलेक्टर अविनाश लवानिया ने आज सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की छुट्‌टी कर दी। भोपाल के तीनों बांध कलियासोत, भदभदा और कोलार के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। भोपाल में रविवार शाम से अभी तक 6 इंच पानी गिर चुका है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा 7 इंच बारिश रायसेन में हुई। पचमढ़ी और भोपाल में साढ़े 5 इंच, नर्मदापुरम, सागर में साढ़े 3-3 इंच, ग्वालियर, मंडला, नरसिंहपुर में 3-3 इंच, गुना, जबलपुर, बैतूल, दमोह, रतलाम, शिवपुरी में 2-2 इंच, उज्जैन में डेढ़ इंच पानी गिरा। सिवनी, खंडवा, उमरिया, मलाजखंड, छिंदवाड़ा, नौगांव, धार में 1-1 इंच बारिश हुई। इंदौर, खरगोन और दतिया में आधा-आधा इंच बरसात हुई। सतना, रीवा, खजुराहो और सीधी में भी तेज बारिश दर्ज की गई। सीहोर के शाहगंज के जंगल में अमरगढ़ जलप्रपात पर पिकनिक मनाने आए भोपाल के 8 युवक वॉटरफॉल में फंस गए हैं। रात को युवकों ने डायल-100 पर सूचना दी। शाहगंज थाना पुलिस युवकों के रेस्क्यू में जुटी है।

तेज बारिश के कारण भोपाल के साथ ही नर्मदापुरम में भी सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों की छुट्‌टी कर दी गई है। नर्मदापुरम में नर्मदा खतरे के निशान के करीब बह रही है। निचली बस्तियों में पानी आने लगा है। लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है। नर्मदापुरम जिले में स्थित तवा डैम और रायसेन जिले में स्थित बारना डैम खुलने के बाद अब बारगी डैम के गेट खुलने से नर्मदा नदी में पानी की आवक बढ़ गई है, जिससे नर्मदा के किनारे बसें गांवों में खतरा मंडराने लगा है। तवा डैम का जलस्तर 1158.70 फीट के पार पहुंच गया है। ऐसे में डैम के सभी गेट करीब 16 फीट तक खोलकर पानी निकाला जा रहा है, इससे करीब 304343 क्युसिक पानी छोड़ा जा रहा है, तवा डैम का पानी छूटने से नर्मदा का जल स्तर भी बढ़ गया है, नर्मदा नदी ऊफान पर आ गई है, वहीं नर्मदापुरम में स्थित सेठानीघाट पर जलस्तर 941.20 फीट के पार पहुंच गया है।

वहीं दूसरी और प्रदेश के जबलपुर से लेकर गुजरात तक अलर्ट मोड पर आ गया है।  बाढ़ की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने तटीय इलाकों में सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। घाटों सहित तटों पर होमगार्ड जवान-गोताखोरों को तैनात किया गया है। नर्मदापुरम शहर का हरदा और बैतूल से संपर्क टूट गया है। औबेदुल्लागंज-बैतूल नेशनल हाईवे पर सुखतवा नदी के पुल पर पानी है, जिससे करीब 11 घंटे से NH-69 बंद है। नर्मदापुरम- हरदा स्टेट हाईवे पर हथेड़ नदी पर बाढ़ का पानी आने से मार्ग बंद हो गया। बाढ़ के खतरे को देखते हुए अफसरों ने संजय नगर, आदमगढ़, महिमानगर, बंगाली कॉलोनी, खोजनपुर के रहवासियों को राहत शिविर में पहुंचने की मुनादी कराई है। राजगढ़ और सीहोर में भी स्कूलों की छुट्‌टी कर दी गई है। नर्मदापुरम में बाढ़ के हालात निर्मित हो गए हैं। नर्मदापुरम में नर्मदा का पानी खेतों तक आ गया है। निचली बस्तियों में बाढ़ का खतरा है।

इंदौर में सोमवार को मौसम खुलने के साथ बीच-बीच में बादल छाए, लेकिन शाम 7 बजे से हल्की बारिश शुरू हो गई, जो दो घंटे तक होती रही। इसके बाद रात 1 बजे रिमझिम, तो कहीं हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटे में आधा इंच बारिश हुई। इस तरह इस बार अब तक 33 इंच बारिश हो चुकी है। मंगलवार को भी अच्छी बारिश की संभावना जताई गई है।

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