मध्य प्रदेश

वर्ल्ड रामायण कांफ्रेंस में सीएम ने कहा- राम हमारे रोम-रोम में रमे हैं, हर सांस में बसे हैं, रामायण ने दुनिया को प्रभावित किया

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जबलपुर में आयोजित वर्ल्ड रामायण कांफ्रेंस को संबोधित किया

भोपाल। रामायण एक अद्भुत ग्रंथ है। शहर-शहर, गांव-गांव में रामचरित मानस गाया जाता है। राम हमारे रोम-रोम में रमे हैं, हर सांस में बसे हैं। राम और रामायण से ही हमारे देश की पहचान है। यह सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है, रामायण जी ने दुनिया के बड़े हिस्से को प्रभावित किया है।
यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज शुक्रवार को जबलपुर में हो रही तीसरी वर्ल्ड रामायण कांफ्रेंस को भोपाल से वर्चुअली संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि संस्कारधानी जबलपुर सचमुच में भाग्यशाली है। यहां की पावन धरती से भौतिकता की अग्नि में दग्ध विश्व मानवता को शांति का दिग्दर्शन होगा। इस सम्मेलन से रामायण में निहित प्रेम, शांति, प्रसन्नता, एकता एवं भाईचारे का संदेश जाएगा। सीएम ने कहा कि राम तो सबके हैं। अंतरराष्ट्रीय रामायण कांफ्रेंस का ध्येय वाक्य है “रामायण की सौम्य शक्ति”। दुनिया की सभी समस्याओं का हल कहीं है तो भारतीय चिंतन में है, भारतीय सोच में है। दुनिया की सारी समस्याओं का समाधान अगर कहीं है तो भारतीय चिंतन व सोच में है। यहीं से विश्व कल्याण का भाव आता है और विश्व कल्याण का भाव आ गया तो सारी उठापटक शांत हो जाए।
जबलपुर के मानस भवन में हो रही कांफ्रेंस में भाजपा के प्रखर वक्ता एवं राज्यसभा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी, रिटायर्ड जनरल जीडी बख्शी, बीजेपी विधायक अजय विश्नोई भी मौजूद हैं। यहां सभी वक्ताओं ने रामायण चित्र पर आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। रामायण कांफ्रेंस में श्रीलंका के सांस्कृतिक मंत्री विदुरा विक्रम नायक, मारीशस के सांस्कृतिक मंत्री अविनाश टिलक सहित स्विट्जरलैंड के सांसद शिरकत कर रहे हैं। इस आयोजन में 15 देशों के प्रतिनिधि भी रामायण पर किए गए अपने शोध पर व्याख्यान दे रहे हैं।

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