धर्म

विवाह में आ रही है अड़चन तो देवउठनी एकादशी में करें यह उपाय…

नई दिल्ली। ग्रहों के दोष के कारण कई बार लोगों की शादी में विलंब होता है। लेकिन ज्योतिष शास्त्र में बताएं गए उपायों का पालन करने से जातक के विवाह में कोई देरी नहीं होती। नवंबर में देवउठनी एकादशी के साथ ही मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाएगी। इस साल देवउठनी एकादशी 14 नवंबर, रविवार को है। अगर आपके विवाह में आ रही कोई अड़चन तो करें ये उपाय-

  1. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरुवार के दिन पीपल, वट और केले के पेड़ पर जल चढ़ाएं और थोड़ी हल्दी, गुड़ और चने अर्पित करें। साथ ही यह सभी चीजें माता को भी दें। मान्यता ऐसा करने से विवाह संबंधी अड़चन दूर होती है।
  2. विवाह संबंधी परेशानियों को दूर करने के लिए छह मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। इस रुद्राक्ष को भगवान शंकर के पुत्र कार्तिकेय का स्वरूप कहा गया है।
  3. कई बार मंगल दोष के कारण विवाह में रुकावट आती है। अगर आपकी कुंडली में मंगल दोष है तो विद्वानों से पहले मंगल दोषों का निवारण कराना चाहिए। बहुत से ज्योतिषाचार्य मंगल दोष से मुक्ति दिलाने के लिए वट विवाह या कुंभ विवाह कराते हैं।
  4. अगर किसी कन्या के विवाह में देरी हो रही हो तो वह किसी दूसरी लड़की की शादी में जाए और वहां दुल्हन के साथ मेहंदी लगवाएं। कहते हैं कि ऐसा करने से विवाह के प्रबल योग बनते हैं।
  5. सुयोग्य वर की प्राप्ति के लिए 16 सोमवार का व्रत करना चाहिए। इस व्रत की शुरुआत सावन के पहले सोमवार से कर सकते हैं। इसके अलावा अविवाहित जातक सोमवार को चने की दाल और कच्चे दूध का दान करें। ऐसा करने से लाभ मिलने की मान्यता है।
  6. मान्यता है कि जल्दी विवाह के लिए अविवाहित जातक को थोड़े से पानी में बड़ी इलायची को उबालना चाहिए और फिर इसको स्नान के जल में मिलाना चाहिए। इसके बाद इस जल से स्नान करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से शुक्र ग्रह के दोषों से मुक्ति मिलती है। शुक्र ग्रह के मजबूत होने पर वैवाहिक जीवन सुखद रहता है।
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