रायपुर

स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा- गुड़ाखू और जर्दायुक्त पान मसाला में टैक्स चोरी की शिकायत, होगी सख्त कार्यवाही

प्रतिबंध नहीं नियंत्रण पर अधिकारी कर रहे हैं अध्ययन

रायपुर। प्रदेश के स्वस्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि गुड़ाखू और जर्दायुक्त पान मसाला पर नियंत्रण करने के संबंध में अध्ययन किया जा रहा है। सीधे प्रतिबंध लगा पाना संभव नहीं है। यह जरुर है कि कर चोरी के संबंध में शिकायतें मिली हैं, उस पर जांच करवा रहे हैं। गड़बड़ी पाई गई तो सख्त कार्यवाही करेंगे।

दिल्ली बुलेटिन से विशेष बातचीत में स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा कि यह मामला विधानसभा में उठ चुका है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने इस बात पर चिंता जाहिर की थी कि छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में लोग तंबाखुयुक्त जर्दा खा रहे है। इससे कई तरह की बीमारियां फैल रही है। जीएसटी सचिव को पत्र लिखकर यह पूछा गया है कि तंबाखुयुक्त पान मसाला और गुड़ाखू पर नियंत्रण कैसे किया जाए।

कई परीक्षणों से इस बात की पुष्टि हुई है कि पान मसाला में बड़ी मात्रा में मैग्निशियम कार्बोनेट पाया गया है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है। श्री सिंहदेव ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रतिबंध लगाना सीधे संभव नहीं है। जब कई तरह के सिगरेट बाजार में खुले रूप से बेचा जा रहा है तो फिर पान मसाला और गुड़ाखु पर ही सीधे कैसे बैन किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि गुड़ाखू और जर्दायुक्त पानपराग पर नियंत्रण कैसे किया जाए इस पर स्टडी करवा रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में लोग इस तरह के नशा के गिरफ्त में हैं। यह सबको पता है कि लोग चाहते हैं कि खुले रूप से यह न बिके लेकिन नियंत्रण कैसे किया जाए इस पर बात की जा रही है। श्री सिंहदेव ने यह भी बताया कि कर चोरी की शिकायतें मिली हैं। यह पता चला है कि प्रिंट रेट और बिक्री रेट दोनों में फर्क है। बिल में हेराफेरी कर शासन को टैक्स कम देना पड़े इसका फर्जीवाड़ा व्यापारी कर रहे हैं। पानमसाला जर्दा के रेट पर चार गुना तक अंतर होना बताया जा रहा है, इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों की एक टीम बनाकर सघन जांच पड़ताल के निर्देश दिए गए हैं।

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