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जयपुर से पकड़े गैंगस्टर, 100 ठिकानों पर रेड, NIA ने बताया- आतंकी साजिश के लिए विदेशों से राजस्थान आया पैसा ….

जयपुर। राजस्थान में एक बार फिर नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी की टीमों ने पांच से ज्यादा जिलों में रेड की है। टेरर फंडिंग मामले में देर रात से सर्च की जा रही है। राजस्थान के साथ पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और मध्यप्रदेश में 100 से ज्यादा ठिकानों पर टीमों ने दबिश दी है। सूत्रों के अनुसार जयपुर से पकड़े गए पंजाब के गैंगस्टर से मिली सूचना पर एनआईए एक्शन में है।

जानकारी के अनुसार एनआईए की टीमें राजस्थान में 20 से ज्यादा जगहों पर सर्च कर रही हैं। यह छापेमारी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, नीरज बवाना, टिल्लू ताजपुरिया से जेलों में हुई पूछताछ के बाद की जा रही है।

राजस्थान में एनआईए की टीम हनुमानगढ़, सीकर, नागौर, चूरू, अजमेर, बाड़मेर और जैसलमेर के इलाकों में सर्च कर रही हैं। एजेंसी को जानकारी मिली है कि सभी गैंगस्टर के तार विदेश से भी जुड़े हैं।

भारत में लॉरेंस बिश्नोई और बवाना गैंग के नाम पर टेरर फंडिंग को इस छापेमारी की बड़ी वजह बताया जा रहा है। इससे पहले भी एनआईए की टीम ने करीब एक महीने पहले देशभर में रेड करते हुए 102 जगहों पर सर्च किया था। इस दौरान एजेंसी को कई संदिग्ध चीजें मिली थीं। जिस के आधार पर लॉरेंस और नीरज से दोबारा पूछताछ हुई।

पंजाब पुलिस ने कुछ दिन पहले शूटर राज हुड्‌डा को जयपुर में पकड़ा था। उससे भी पंजाब पुलिस को कई लीड मिली हैं। जानकारी के अनुसार हुड्‌डा का पहले भी राजस्थान में मूवमेंट रहा है। उसके पीछे मादक पदार्थों की सप्लाई सामने आ रही है।

जयपुर में राज हुड्‌डा को पकड़ने पहुंची पंजाब और राजस्थान की टीमों पर गैंगस्टर ने फायरिंग कर दी थी। एनकाउंटर के दौरान हुड्‌डा के पैर में गोली लगी थी।

राज हुड्‌डा ऐप की मदद से गोल्डी बराड़ से कई बार बात कर चुका है। गोल्डी के कहने पर वह कई राज्यों में मूवमेंट करता। लोकल बदमाशों को अपने साथ लेने पर काम किया करता था।राज हुड्‌डा इतना शातिर बदमाश है कि वह गोल्डी बराड़ से बात करने के बाद ऐप को डिलीट कर देता है।

फिर अगर उसे दोबारा बात करनी होती तो वह ऐप को दोबारा से डाउनलोड कर लेता था। राज हुड्डा पंजाब के फरीदकोट में डेरा प्रेमी प्रदीप की गोलियां मार कर उसकी हत्या करने के मामले में फरार चल रहा था। जिसे पंजाब पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स जयपुर से गिरफ्तार किया था।

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