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राम से बड़े नहीं गांधी, भाजपा नेताओं ने कहा- पंडित कालीचरण की जल्द करो रिहाई, वरना हमें भी ले चलो जेल ..

रायपुर। धर्म संसद में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले महाराष्ट्र के संत पंडित कालीचरण महाराज की रिहाई को लेकर भारतीय जनता पार्टी खुलकर सामने आ गई है। भाजपा नेता सहित पंडित कालीचरण के समर्थक रिहाई और राजद्रोह का धारा हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। धरने का आयोजन धर्म संसद के आयोजक रहे पंडित नीलकंठ त्रिपाठी ने किया है। रायपुर रेलवे स्टेशन स्थित हनुमान मंदिर के पास धरना में भाजपाई बैठे हैं। ब्राम्हण समाज के लोगों का कहना है कि हिंदू धर्म खतरे में है। ब्राम्हण समुदाय खतरे में है। 25 दिन से ज्यादा समय हो चुका है, लेकिन अब तक पंडित कालीचरण महाराज की रिहाई नहीं हो पाई है। उन्हें झूठे राजद्रोह के आरोप में फंसाकर लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है।

धरने पर बैठे भाजपाइयों व संतों का कहना है कि संविधान में ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि किसी को राष्ट्रपिता का दर्जा दिया गया है। महात्मा गांधी राम से बड़े नहीं हो सकते हैं। भाजपाइयों ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल लगातार भगवान राम पर टिप्पणी करते रहे हैं। ब्राह्मण, ठाकुर सहित अन्य समाजों पर लगातार विवादित बयान दे रहे हैं, फिर उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। पंडित कालीचरण को ही क्यों गिरफ्तार किया गया।

पंडित कालीचरण महाराज को जेल के अंदर लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है। हमारी मांग है कि उनके ऊपर से राजद्रोह का आरोप हटाकर जल्द से जल्द रिहा कर दिया जाए। भाजपा नेता व ब्राम्हण समाज ने कहा कि हम प्रदेशभर में ऐसे ही धरना प्रदर्शन करते रहेंगे, जब तक पंडित कालीचरण महाराज को जेल से रिहा नहीं कर दिया जाता।

बिना अनुमति के धरना-प्रदर्शन कर रहे संतों व भाजपाइयों को हटाने पुलिस भी पहुंची। पुलिस को देखते ही धरना प्रदर्शन पर बैठे कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए और कहा कि जब तक रिहाई नहीं होगी, तब तक हम नहीं हटेंगे। चाहे हमें भी जेल में डाल दिया जाए। ब्राम्हण समाज के लोगों ने कहा कि इसमें पुलिस की कोई गलती नहीं है। यह दबाव में काम कर रही है। कुछ देर तक पुलिस और संतों के बीच में नोकझोंक भी हुई। पुलिस कर्मियों ने उच्च अधिकारियों को मोबाइल से बात की और वस्तुस्थिति की जानकारी दी, जिसके बाद पुलिस की टीम वापस लौट गई। पुलिस को जाते देख कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर जय श्रीराम के नारे लगाएं।

बता दें कि 26 दिसंबर को रायपुर के धर्म संसद में पंडित कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी पर अपमानजनक टिप्पणी करते हुए पंडित नाथूराम गोडसे का महिमामंडन किया था। इसके बाद रायपुर के सिविल लाइन व टिकरापारा थाने में उसके खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। पंडित कालीचरण ने एक वीडियो जारी कर कहा था कि मुझे अपने बयान पर कोई पश्चाताप नहीं है। मैं गांधी को राष्ट्रपिता नहीं मानता। यदि सच बोलने की सजा मृत्युदंड है तो वह भी मुझे स्वीकार है। इसके बाद पंडित कालीचरण को मध्य प्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार किया गया और उसे रायपुर कोर्ट में पेश किया गया था।

पुलिस ने पंडित कालीचरण को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। पंडित कालीचरण महाराज अभी रायपुर के केंद्रीय जेल में बंद है। इस बीच महाराष्ट्र पुलिस भी कालीचरण को दो बार वर्धा व पुणे लेकर जा चुकी है। पंडित कालीचरण महाराज को लेकर छत्तीसगढ़ में भाजपा-कांग्रेस के नेता आमने-सामने हैं। भाजपा व कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के बीच जुबानी जंग भी चल रही है।

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