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वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी का धर्म परिवर्तन नहीं है, यह घर वापसी है : बीजेपी विधायक…

पटना। उत्तर प्रदेश के वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने मुस्लिम धर्म छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया। इसको लेकर पूरे देश में तरह-तरह की टिप्पणी आ रही है। हिंदूवादी नेता मुखर होकर हिंदुत्व की बात कर रहे हैं। मंगलवार को बिहार बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और विधायक हरिभूषण ठाकुर बचोल ने कहा, ‘यूपी के वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी का धर्म परिवर्तन नहीं हुआ है, यह घर वापसी है।’

उन्होंने कहा, ‘भारत में जितने भी मुसलमान हैं, वह कन्वर्टेड हैं। उनके पूर्वज हिंदू हैं और यदि विश्वास नहीं होता है तो सभी का डीएनए टेस्ट करा लिया जाए। अभी रिजवी साहब ने घर वापसी की है। उसके लिए हृदय से धन्यवाद। रिजवी साहब पढ़े लिखे आदमी हैं। वह सारे धर्मों का अध्ययन करके सनातन धर्म में आए हैं। सनातन धर्म एक ऐसा धर्म है, जिसमें सारे सृष्टि, जीव, जगत, पशु-पक्षी, पत्थर, वृक्ष सभी को पूजा जाता है। रिजवी साहब ने एक बेहतर कदम उठाया है। यह शुरुआत है।’

उनका कहना है कि देश के 99% मुसलमान कन्वर्टेड मुसलमान है। यह कभी हिंदू हुआ करते थे। बता दें, कुछ महीने पहले जेदयू नेता और बिहार सरकार के मंत्री जमा खान ने भी कहा था कि हमारे पूर्वज हिंदू थे और हम लोग कन्वर्टेड मुसलमान हैं।

बीजेपी विधायक के इस बयान के बाद जेदयू के अल्पसंख्यक नेता और एमएलसी गुलाम गौस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है, ‘कुछ लोगों को बोलने की आदत होती है। वह कुछ भी बोल देते हैं। हर धर्म की अपनी अहमियत है। कोई भी किसी धर्म को अपना सकता है। इसमें बंदिश नहीं होती है।’ गुलाम गौस ने वसीम रिजवी पर कुछ भी नहीं कहा, लेकिन इतना जरूर कहा कि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो अपने निजी स्वार्थ के लिए धर्म बदल लेते हैं।

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