सीएम हेल्पलाइन में फर्जीवाड़ा: पेंडिंग शिकायतों को निपटाने के चक्कर में अधिकारियों ने की बड़ी गड़बड़ी

भोपाल। मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार ने जनता की समस्याओं का निराकरण के लिए सीएम हेल्पलाइन 181 की शुरुआत की थी। इसके तहत मिलने वाली शिकायत का समाधान किया जा रहा है। लेकिन अब इसमें भी फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। यह कारनामा महिला बाल विकास के अधिकारियों ने किया है। सीएम हेल्पलाइन में पेंडिंग शिकायतों को निपटाने के लिए फर्जीवाड़ा करते हुए अधिकारियों ने शिकायतकर्ता का नंबर बदल कर शिकायत बंद कर दिया। लेकिन फीडबैक में इसकी हकीकत सामने आई।
प्रदेश में मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के तहत शिकायतकर्ता अपनी शिकायत बताकर अपनी समस्याओं का निराकरण करवा रहे हैं। ऐसे में शिकायत का निपटारा करने के लिए अधिकारियों ने फर्जीवाड़ा किया है। एक शिकायतकर्ता ने महिला बाल विकास से जुड़ी शिकायत की थी। सीएम हेल्पलाइन में पेंडिंग शिकायतों का निपटारा किया जा रहा है। ऐसे में महिला बाल विकास के अधिकारियों ने पेंडिंग शिकायतों को निपटाने के लिए फर्जीवाड़ा करते हुए शिकायतकर्ता का नंबर बदल कर शिकायत को कर बंद दिया था। लेकिन जब फीडबैक लेने के लिए शिकायतकर्ता को फोन किया गया, तब पता चला कि उसकी समस्या का निराकरण हुआ ही नहीं है। इस तरह से अधिकारियों द्वारा पेंडिंग मामलों के निराकरण का जब पर्दाफाश हुआ, तो मुख्यमंत्री की फटकार के बाद महिला एवं बाल विकास के संयुक्त संचालकों को विभाग ने निर्देश जारी किया है। जिसमें कहा गया है कि ऐसी गड़बड़ी अत्यंत गंभीर और अक्षम्य होगी। शिकायतकर्ता के बदले गए नंबर की जांच कर पुष्टि करें, ताकि भ्रम की स्थिति निर्मित ना हो।