देश

गुजरात में जलप्रलय, समंदर बनी सड़कें, डैम हुए लबालब, IMD ने 28 जिलों में जारी किया रेड अलर्ट

अहमदाबाद

गुजरात में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है. राज्य के कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं. गुजरात में बीते 24 घंटों में 33 जिलों के 251 तालुका में बारिश हुई. सबसे ज्यादा बारिश मोरबी के टंकारा और पंचमहाल के मोरवाहडफ में दर्ज की गई, यहां अब तक 14 इंच बारिश हो चुकी है. मौसम विभाग ने आज (मंगलवार), 27 अगस्त को भी गुजरात के 28 जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट और 6 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. गुजरात के कई शहरों में लगातार बारिश हो रही है. नवसारी, अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत, राजकोट, कच्छ, खेड़ा और कई अन्य इलाकों में मूसलाधार बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात हैं. कई इलाकों का संपर्क कट गया है.

बारिश से बेहाल गुजरात

गुजरात के 14 तालुका में अब तक 10 इंच से ज्यादा बारिश और 100 तालुका में 4 इंच से ज्यादा बारिश हुई है. बीतें 24 घंटों में सबसे अधिक बारिश मोरबी, पंचमहाल, खेड़ा, वडोदरा, आनंद, कच्छ, महीसागर, राजकोट, अहमदाबाद, जामनगर, डांग, पाटन, सुरेन्द्रनगर, महीसागर, गांधीनगर, बोटाद, छोटाउदेपुर, नर्मदा जिले में दर्ज की गई है.

कहीं रेड तो कहीं ऑरेंज अलर्ट

मौसम विभाग ने कच्छ, मोरबी, सुरेन्द्रनगर, जामनगर, राजकोट, द्वारका, पोरबंदर, गिरसोमनाथ, जूनागढ, पंचमहाल, दाहोद, तापी, नवसारी, वलसाड, अहमदाबाद, बोटाद, अमरेली, आनंद, खेड़ा, महीसागर, पंचमहाल, नर्मदा, वडोदरा, छोटाउदेपुर, सूरत, डांग, दाहोद में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं बनासकांठा, पाटन, महेसाणा, गांधीनगर, साबरकांठा, अरवल्ली में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. गुजरात में सीजन की अब तक 99.66 प्रतिशत बारिश हो चुकी है, सबसे अधिक बारिश कच्छ में 117 प्रतिशत, दक्षिण गुजरात में 108 प्रतिशत, सौराष्ट्र में 102 प्रतिशत, मध्य पूर्व गुजरात में 99 प्रतिशत और उत्तर गुजरात में 80 प्रतिशत बारिश हो चुकी है.

NDRF-SDRF की टीमें तैनात

बता दें कि बारिश से प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ की 13 टीमें और एसडीआरएफ की 22 टीमें तैनात की गई हैं, जो बचाव और राहत कार्यों में मदद कर रही हैं. मौजूदा स्थिति में राज्य के 206 जलाशयों में से 59 जलाशय 100% भरे हुए हैं, 72 जलाशय हाई अलर्ट पर हैं और 22 अलर्ट पर हैं, 9 में बाढ़ की चेतावनी है और 7 नदियां उफान पर हैं.

सरदार सरोवर बांध में अभी कुल संग्रह क्षमता का 88.74% यानी 2,96,459 एमसीएफटी पानी है. राज्य भर में 7009 गांवों की बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है, जिनमें से 6977 गांवों में बिजली बहाल कर दी गई है. इसके अलावा राज्य में सूरत, नवसारी, वलसाड, तापी डांग और छोटाउदेपुर जिलों में कुल 523 सड़कें बंद हैं.

अहमदाबाद हुआ जलमग्न

अहमदाबाद मे पिछले 24 घंटे मे 9 इंच से ज्यादा बारिश हुई है, जिसकी वजह से कई इलाकों में जलभराव हो गया है. आज भी मौसम विभाग ने अहमदाबाद में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है. चंद घंटे की बारिश में अहमदाबाद की सड़कों पर समंदर बहने लगा है, जिसकी वजह से गाड़ियों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है. वहीं रिहायशी इलाकों में पानी भरने की वजह से जनजीवन पर भी गहरा असर पड़ा है. अहमदाबाद की कई पॉश कॉलोनियों में भी जलभराव हो गया है.

सूरत में बारिश का कहर

मूसलाधार बारिश के कारण सूरत का बुरा हाल है. तापी नदी उफान पर है और सूरत के कई इलाकों में बाढ़ जैसा संकट पैदा हो गया है. सूरत में तापी नदी के उफान पर आने से सड़कों पर खड़ी गाड़ियां पानी में डूब गई हैं. दुकानों और घरों में पानी घुस गया है. सूरत के इस हिस्से पर ये संकट उकाई बांध से तापी नदी में करीब ढाई लाख क्य़ूसेक पानी छोड़ने की वजह से हुआ है. बांध से पानी छोड़ने की वजह से सूरत शहर के बीच से होकर गुजरने वाली तापी नदी का जल स्तर बढ़ गया है. मौसम विभाग ने गुजरात में आज भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए आज गुजरात में सभी प्राथमिक स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है.

कच्छा हुआ पानी-पानी

आज सुबह से गुजरात के कच्छ जिले में भारी बारिश हो रही है. भारी बारिश के चलते निचले इलाकों में पानी भराव की स्थिति है. कच्छ के अंजार , भचाऊ , लखपत , नखत्राना, मुंद्रा ,मांडवी ,भुज, लखपत समेत ग्रामीण इलाकों में भारी बारिश हो रही हैं. नदी नाले बारिश के पानी से भर चुके हैं और पानी सड़को के ऊपर से बह रहा हैं. कच्छ के नखत्राना में सुबह से अबतक 10 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है, जिसकी वजह से लोगो के घरों में पानी घुस चुका है. वहीं कुछ जगहों पर जल भराव की वजह से लोगों को अपना घर छोड़ सुरक्षित स्थान पर जाना पड़ रहा है. नलिया-मांडवी का नेशनल हाइवे भी बारिश की वजह से बंद है. मौसम विभाग ने कच्छ में आने वाले दो दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है.

सरदार सरोवर बांध हुआ लबालब

सरदार सरोवर डैम के 23 गेट खोलकर बांध से 4 लाख क्यूसेक पानी छोड़ने की वजह से तटीय इलाकों की मुसीबतें बढ़ गई है. बांध का जलस्तर 135.30 मीटर तक पहुंच गया है. भारी बारिश की वजह से सरदार सरोवर डैम पर पानी का इनफ्लो साढे़ तीन लाख क्यूसेक तक हो गया है. अपस्ट्रीम से अधिक पानी आने की संभावना के चलते डैम से 3,95000 क्यूसेक पानी नर्मदा नदी में छोड़ा गया है. नर्मदा नदी के दोनों किनारों पर बसे भरूच, वडोदरा और नर्मदा के करीब 42 गांवों को अलर्ट कर दिया गया है. वहीं सभी तटीय इलाकों में एनडीआरएफ एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं.

 

Back to top button