छत्तीसगढ़

पौनी-पसारी योजना का हुआ विस्तार, जिले में खुला पहला बकरा-बकरी बाजार, ग्रामीण पशुपालकों को मिलेगा समुचित बाजार, पंजीयन कराकर कर सकेंगे परिवहन …

बलरामपुर। जिले में ग्रामीणों द्वारा आजीविका के रूप में बकरी पालन पारंपरिक तरीके से वृहद रूप में किया जाता है। परन्तु पशुपालकों को बाजार के अभाव में सीमावर्ती राज्य के पशु बाजार व बिचौलियों के हाथों बकरा-बकरी को बेचना पड़ता है, जिससे उन्हें उचित मूल्य प्राप्त नहीं हो पाता था। कलेक्टर विजय दयाराम के. की पहल एवं जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रेना जमील के मार्गदर्शन में जिले के बकरा-बकरी पालन करने वाले ग्रामीण पशुपालकों को उचित बाजार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से नगर पंचायत रामानुजगंज में बकरा-बकरी बाजार का शुभारंभ किया गया है।

इस अवसर पर कलेक्टर ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि शासन के मंशानुरूप परंपरागत व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए तथा ग्रामीण क्षेत्रों के पशुपालकों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए पौनी-पसारी योजना के तहत रामानुजगंज में बकरा-बकरी बाजार का शुभारंभ किया गया है। जिसके माध्यम से बकरा-बकरी पालने वाले ग्रामीण पशुपालकों को समुचित बाजार के साथ उचित मूल्य प्राप्त हो सकेगा। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रेना जमील ने कहा कि बकरा-बकरी बाजार के शुरूआत से ग्रामीण पशुपालकों को पंजीयन के माध्यम से परिवहन में सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि यह प्रारंभिक चरण है आवश्यकता अनुसार इसे और विकसित किया जायेगा।

बकरा-बकरी बाजार के शुभारंभ के दौरान कलेक्टर विजय दयाराम के. ने स्व-सहायता समूह की महिलाओं द्वारा लगाये गये स्टॉल का अवलोकन किया, तथा मिशन उत्कर्ष के तहत सेंट्रल बैंक से पांच महिला समूह को 10 लाख रूपये, भारतीय स्टेट बैंक से 04 महिला समूहों को 13 लाख रूपये, ग्रामीण बैंक से 05 महिला समूहों को 10 लाख रूपये का चेेक प्रदान किया। उन्होंने समूह की महिलाओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि बकरा-बकरी पालन के लिए आगें आयंे, जिला प्रशासन उन्हें समुचित बाजार दिलाने के लिए प्रयासरत है। उनके पारंपरिक रोजगार को बढ़ावा देने हेतु प्रारंभिक चरण में रामानुजगंज में बकरा-बकरी बाजार का शुभारंभ किया गया है आने वाले दिनों में जिले में दो और नए बकरा-बकरी बाजारों का शुभारंभ किया जाएगा।

   इस अवसर पर कुल 547 ग्रामीण पशुपालकों ने पंजीयन कराया और 09 नग बकरों की बिक्री हुई। विकासखण्ड वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत करमडीहा से आये पशुपालक अवधेश यादव ने बताया कि बकरा-बकरी बाजार खुलने जाने से उन्हें समुचित दाम के साथ निर्धारित समय व स्थान भी मिला है जहां वे पंजीयन कराकर अपने बकरा-बकरी का बिक्री कर सकते हैं। इसके साथ ही पंजीयन कराने वाले पशुपालकों को परिवहन की सुविधा भी मिलेगी। नगर पंचायत वाड्रफनगर से बकरा खरीदने आये मोहम्मद सलीम ने बताया कि अब उन्हें बकरा खरीदने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही बकरा-बकरी बाजार में पडोसी राज्यों के भी क्रेता-विक्रेता शामिल होंगे, जिससे ग्रामीण पशुपालकों को उचित मूल्य मिलेगा जिससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।

Back to top button