देश

चार महिने बाद भी बालेश्वर ट्रेन हादसे के 28 शवों की पहचान नहीं, बीएमसी आज करेगी अंतिम संस्कार….

भुवनेश्वर, 2 जून को हुई यह रेल दुर्घटना में 290 से अधिक लोगों की जान चली गई थी. यह घटना तब हुई जब चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस ओडिशा के बालेश्वर जिले के बहनागा बाजार स्टेशन पर एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई. इसके बाद पटरी से उतरे कुछ डिब्बे विपरीत दिशा से हावड़ा लौट रही यशवंतपुर एक्सप्रेस से टकरा गए. भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) ने बहनागा ट्रेन दुर्घटना के अज्ञात शवों के संस्कार के लिए एक एसओपी तैयार की है.

ओडिशा के बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन में चार महीने पहले तीन ट्रेनों की टक्कर में जान गंवाने वाले 295 लोगों में से 28 शवों की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है. एक अधिकारी ने बताया कि इन शवों को एम्स भुवनेश्वर में पांच कंटेनरों में रखा गया था जबकि 266 श‍वों को उनके रिश्तेदारों को सौंपा जा चुका है. बीएमसी ने रविवार को एसओपी जारी करते हुए कहा कि बहानागा ट्रेन हादसे में मिले 28 अज्ञात शवों का आज अंतीम संस्कार किया जाएगा.

एम्स भुवनेश्वर के अधीक्षक दिलीप कुमार परिड़ा ने बताया कि दो जून को हुई दुर्घटना के बाद उन्हें अलग-अलग अस्पतालों और घटना स्थल से कुल 162 शव प्राप्त हुए थे, जिसमें से 81 शवों को पहले फेज में उनके परिवार के सदस्यों को सौंप दिया गया था. परिदा ने बताया कि बाकी बचे 81 शवों की शिनाख्त शुरू में नहीं हो सकी थी, क्योंकि इनके कई दावेदार थे और कुछ अन्य समस्याएं भी थीं. उन्होंने बताया कि डीएनए परीक्षण के नतीजों के आधार पर 53 और शवों को उनके परिवार को सौंप दिया गया और 28 शवों की शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाई है. उन्होंने बताया कि जिन शवों का डीएनए दावेदारों से मेल नहीं खाया उन्हें नियम के मुताबिक किसी को नहीं दिया जाएगा.

बीएमसी ने एम्स से श्मशान घाट तक शवों के सुचारू परिवहन के लिए दो से तीन शव वाहक उपलब्ध कराया है. एम्स निदेशक शवों के दाह संस्कार के लिए राज्य, केंद्र और एनएचआरसी के मौजूदा नियमों और दिशानिर्देशों का पालन करते हुए शवों को बीएमसी स्वास्थ्य अधिकारी को सौंप देंगे. बीएमसी एसओपी में कहा गया है कि शवों को प्राप्त करने से लेकर दाह संस्कार तक की पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी.

Back to top button