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देवघर के मोहनपुर थाने की तरफ से नोटिस भेज कर भाजपा सांसद को थाने में हाजिर होने के लिए कहा

झारखंड
झारखंड की गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को देवघर पुलिस ने नोटिस भेजा है। देवघर के मोहनपुर थाने की तरफ से नोटिस भेज कर भाजपा सांसद को थाने में हाजिर होने के लिए कहा गया है। बताया जा रहा है कि एक पशु व्यापारी ने बीजेपी सांसद के खिलाफ केस दर्ज कराया था जिसके बाद पुलिस ने अब उन्हें पूछताछ में शामिल होने के लिए कहा है। इधर पुलिस द्वारा नोटिस भेजे जाने के बाद भाजपा सांसद भड़क गए हैं। उन्होंने पुलिस के इस ऐक्शन पर सवाल पूछने के अंदाज में कहा है कि क्या गाय को बचाने की वजह से राज्य सरकार उन्हें प्रताड़ित करेगी?

एक्स पर निशिकांत दुबे ने लिखा, ''मैं एक सनातनी हूं, गौ माता की रक्षा मेरा धर्म का हिस्सा है। विपक्ष एक खास धर्म से प्रेम करती है और हिंदू से नफरत, अगर मैंने गौ माता को बचाया तो क्या मुझे राज्य सरकार प्रताड़ित करेगी ? क्या मैंने हिंदू धर्म में पैदा होकर गुनाह किया है?' भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इस मुद्दे पर मीडिया से बातचीत भी की है। न्यूज एजेंसी से बातचीत सांसद ने कहा, 'झारखंड सरकार का नियम है कि राज्य से गाय को खरीदने के बाद उसे बेचने के लिए उसी राज्य में ले जा सकते हैं जहां गौ हत्या पूर्ण प्रतिबंध हो। वैसे वो गाय बांग्लादेश जा रही थी जिसकी मैंने शिकायत की थी। एफआईआर कहा गया है कि वो गाय को लेकर बिहार जा रहे थे। बिहार में गौ हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध नहीं है।'

सांसद ने आगे कहा, 'आप ही का एफआईआर कहता है कि दो गौ तस्कर को हमने पकड़ा। उन दोनों गौ तस्करों को आपने भगा दिया और किसी तीसरे आदमी से आपने एफआईआर दर्ज करवा दी। अदालत ने इसकी जांच पर रोक लगा दी है। इसके बावजूद चुनाव के समय आप यह मुद्दा उठाते हैं। चुनाव आयोग बार-बार कह चुका है कि आप हिंदू के नाम पर, गाय के नाम पर और धर्म के नाम पर वोट नहीं मांग सकते हैं।'

लेकिन गौ तस्करों को पकड़वाने पर आप मुझे नोटिस भेज रहे हैं तो इसका मतलब है कि आप मुझे मजबूर कर रहे हैं। पूरा प्रशासन जेल में बंद हेमंत सोरेन के इशारे पर मुझे मजबूर कर रहा है कि मैं धर्म के नाम पर ही वोट मांगने जाऊं और राजीति करूं। मेरे ऊपर तो यह आरोप है कि मैंने गाय माता को बचाया। गाय माता तो हिंदू की गाय माता है। भारत का संविधान कहता है कि गौ हत्या नहीं होनी चाहिए।' निशिकांत दुबे ने बताया कि 19 अप्रैल को उन्हें सुबह साढ़े दस बजे थाने में बुलाया गया है।

क्या है मामला
आपको बता दें कि पिछले साल दिसंबर के महीने में मोहनपुर-हंसडीहा के रास्ते एक शख्स काफी संख्या में गायों को लेकर जा रहे थे। इसी दौरान सड़क से गुजर रहे सांसद की नजर इनपर पड़ी तो उन्होंने अपने काफिले को वहां रोका था। बाद में सांसद की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों ने इन गायों को मुक्त करा दिया था। उस वक्त पुलिस उस शख्स को अपने साथ ले गई थी। बाद में सांसद पर बलथर गांव के रहने वाले मोहम्मद आफताब ने केस दर्ज कराया था। अब केस के जांच अधिकारी ने सांसद को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा है।

 

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