राजस्थान

दौसा : तीरंदाजी में प्रियंका ने अपने नाम किया रजत; राष्ट्रीय स्तर पर जीते कई पदक

दौसा.

राजस्थान के दौसा की बेटी प्रियंका मीणा ने जिले का मान बढ़ाया है। जिले की बैजूपाड़ा के गांव कंचनपुरा की होनहार बेटी प्रियंका मीणा ने कम्पाउंड धनुष में 50 मीटर की दूरी पर व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत पदक प्राप्त किया है। दरअसल, कर्नाटक में 30 जनवरी से चार फरवरी 2024 तक तीरंदाजी चैंपियनशिप का आयोजन हुआ है। इसमें तीरंदाजी की खिलाड़ी प्रियंका ने अपने गांव और जिले का ही नहीं, बल्कि पूरे राजस्थान का मान बढ़ाया है।

जानकारी के मुताबिक, दौसा निवासी प्रियंका मीणा जयपुर कमिश्नरेट में हेड कांस्टेबल पद पर ट्रैफिक विभाग में तैनात हैं। हाल ही में आयोजित 12वीं अखिल भारतीय पुलिस तीरंदाजी प्रतियोगिता का बेगलुरु (कर्नाटक) में आयोजन 30 जनवरी से चार फरवरी 2024 तक हुआ है। इसमें तीरंदाजी की खिलाड़ी प्रियंका मीणा ने कम्पाउंड धनुष में 50 मीटर की दूरी पर व्यक्तिगत स्पर्धा में रजत पदक प्राप्त किया है। इससे पहले भी प्रियंका ने वर्ष 2021, 2022 और वर्ष 2023 में भी स्वर्ण पदक जीतकर राजस्थान का मान बढ़ाया है। हालांकि प्रियंका ने भारत के राष्ट्रीय खेलों में भी स्वर्ण पदक हासिल किया है।

प्रियंका मीणा ने दो स्वर्ण पदक खेलो इंडिया, दो स्वर्ण पदक पुलिस नेशनल गेम में, एक स्वर्ण पदक राष्ट्रीय खेलों में, एक रजत पदक पुलिस नेशनल में, एक स्वर्ण पदक और एक रजत पदक सीनियर ओपन स्टेट चैंपियनशिप में जीते हैं। यानी कुल मिलाकर छह मेडल राष्ट्रीय स्तर पर, दो मेडल राज्य स्तर पर जीते। प्रियंका अब तक आठ मेडल अब तक जीत चुकी हैं। प्रियंका राजस्थान पुलिस में सेवा देते हुए अपने पुलिस विभाग और अपने राज्य का नाम भारत में रोशन कर रही हैं। प्रियंका के पिता एक साधारण किसान हैं और मां मन्नो देवी गृहणी हैं। खेल के जरिए प्रियंका अपने माता-पिता, अपने दौसा जिले सहित राजस्थान का नाम रोशन करना चाहती हैं। ताकि उन्हें देखकर और बच्चे भी आगे आएं तथा अपनी प्रतिभा दिखाएं। प्रियंका ने तीन अंतराष्ट्रीय सलेक्शन ट्रायलो में भी भाग लिया, लेकिन सलेक्शन नही हुआ। फिर भी वे लगातार प्रयास कर रही हैं।

प्रियंका ने बताया कि उनका सपना अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देश को पदक दिलाने का है। प्रियंका के इस संघर्ष में उनके माता-पिता, परिवार और पुलिस विभाग तथा सभी शुभचिंतकों का बहुत सहयोग रहा है। उन्होंने आठ मार्च को महिला दिवस से पहले मेडल जीतकर यह संदेश दिया है कि महिलाएं हर क्षेत्र में अपने परिवार और अपने देश का सिर ऊंचा कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि लड़कियों को हर क्षेत्र में आगे आना चाहिए, ताकि हमारे मां-बाप को हम पर गर्व हो सके।
वहीं, भामाशाह केदार प्रसाद मीणा और बैजूपाडा सरपंच बीना देवी ने प्रियंका के पदक जीतने पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने बताया कि पूरा गांव बहुत खुश है और प्रियंका को गांव के लोगों ने बधाइयां दी हैं।

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