मध्य प्रदेश

घातक हो सकता है कोविड का नया स्ट्रेन एक्सबीबी.1.16, ये लक्षण दिखें तो हो जाएं सावधान!

नए वैरिएंट में एक-दो दिन ही रहता है बुखार, सिरदर्द और उल्टी -स्त भी...

भोपाल। पूरे मध्यप्रदेश में एक बार फिर से कोराना वायरस बढ़ रहा है। अभी जिस वैरिएंट से लोग संक्रमित हो रहे हैं, वह एक्सबीबी 1.16 है। देश में मार्च में ही इस वैरिएंट की पहचान की गई थी। हालांकि इसके अधिकतर मामले गंभीर नहीं होते, इसलिए लोगों को घबराने की नहीं, लेकिन सतर्क रहने की जरूरत है। यह जानकारी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल द्वारा मार्च से अब तक की गई 90 नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान सामने आई है। इन सभी में एक जैसा वैरिएंट एक्सबीबी 1.16 मिला। एक्सपर्ट की मानें तो इसको लेकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है लेकिन सावधानी बरतें। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन विशेष रूप से करें।

इन लक्षणों पर ध्यान दें

कोविड के आम लक्षणों में गले में खराश, नाक बहना, नाक बंद होना, छींकना, बलगम के साथ खांसी, सिर दर्द, आवाज बैठना, मांसपेशियों में दर्द और सूंघने की शक्ति में बदलाव आना शामिल है। लेकिन नए वैरिएंट में गले में खराश, सिर दर्द, पेट से जुड़ी दिक्कतें जैसे, दस्त और बदन दर्द देखा जा रहा है। ये लक्षण एक-एक करके आते हैं, लेकिन इनमें भी कुछ बदलाव देखने को मिलें जैसे कि सांस लेने में दिक्कत, सांस फूलना, ज्यादा उल्टी-दस्त आदि हो तो तत्काल डॉक्टर को दिखाएं। लापरवाही बिल्कुल ही न बरतें। जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है उन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। इनकी इम्युनिटी कम होती है इसलिए मामला गंभीर हो सकता है। निमोनिया जैसे लक्षण दिखने लगते हैं। जिन्हें पहले से कोई क्रॉनिक यानी लंबे समय से बीमारी है उसकी दवा नियमित लेते रहें। बीमारी नियंत्रित रखें। हाइजीन का ध्यान रखें।

मध्‍य प्रदेश में कोरोना के 57 नए मरीज मिले, इस वर्ष के सर्वाधिक

मध्‍य प्रदेश में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि संक्रमण दर यानी जांचे गए सैंपलों में पाजिटिव का प्रतिशत 10 से ऊपर पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार 564 सैंपल की जांच में 57 मरीज मिले हैं। यह इस वर्ष एक दिन में कोरोना मरीजों की सर्वाधिक संख्या है। इसके पहले पिछले सप्ताह 53 मरीज मिले थे। हालांकि, लगभग 10 दिन से रोगियों की संख्या 40 से ऊपर है। 20 दिन पहले जांच कराने वालों की संख्या दो हजार से ऊपर तक पहुंच गई थी। इसके बाद से जांच कराने वाले कम हुए हैं, लेकिन मरीज बढ़ रहे हैं।

सर्वाधिक 112 सक्रिय मरीज भोपाल में

प्रदेश में सक्रिय रोगियों की संख्या भी 322 हो गई। इनमें सर्वाधिक 112 सक्रिय मरीज भोपाल में हैं। इसके बाद 66 इंदौर और 41 जबलपुर में हैं। सक्रिय रोगियों में सिर्फ आठ को ही अस्पतालों में भर्ती कराने की जरूरत पड़ी है। इनमें एक को आक्सीजन देना पड़ रहा है। बाकी होम आइसोलेशन में है। पिछले वर्ष सितंबर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50 से ऊपर पहुंची थी, लेकिन उस दौरान प्रतिदिन पांच हजार से ज्यादा सैंपलों की जांच की जा रही थी।

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